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कुछ कर्मचारी कोरोना पाजिटिव पाये गये, कुछ क्वारेंटाइन गये
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कांटेंमेंट जोन से नहीं आ पा रहे हैं कर्मचारी
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इमरजेंसी सेवाएं जारी रहेंगी- निदेशक गीतांजलि
सुधाकर शाही, भुवनेश्वर
कोरोना महामारी का असर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भुवनेश्वर पर भी पड़ा है. यहां कुछ कर्मचारी कोरोना पाजिटिव हो गये हैं और कुछ उनके संपर्क में आने वाले क्वारेंटाइन में चले गये हैं. कुछ कर्मचारी कांटेंमेंट जोन से आते हैं, जो नहीं आ पा रहे हैं. इसे देखते हुए अब एम्स में 10 जुलाई में ओपीडी सेवा नहीं मिलेगी.
यह जानकारी एक वीडियो जारी कर एम्स भुवनेश्वर की निदेशक गीतांजलि पद्मनाभम ने दी. उन्होंने बताया कि एम्स भुवनेश्वर में 19 मार्च को कोविद-19 का पहला मरीज भर्ती हुआ. इसके बाद से कोविद मरीजों के साथ-साथ अन्य मरीजों की सेवा जारी रही है. 19 मार्च से लेकर अब तक 85235 मरीजों का इलाज ओपीडी में हुआ है. इसके अलावा 7027 मरीजों को इमरजेंसी में सेवा दी गयी है. इस दौरान 3027 मरीजों की सर्जरी की गयी.
अब कोरोना के कारण एम्स में कर्मचारियों की कमी देखने को मिल रही है. इसलिए हम 10 जुलाई से ओपीडी सेवा बंद करने जा रहे हैं, लेकिन डायलसिस, डेकेयर, रेडियो थेरोपी समेत इमरजेंसी सेवाएं जारी रहेंगी. उल्लेखनीय है कि इससे पहले ब्रह्पुर, कटक समेत कई बड़े अस्पतालों में ओपीडी सेवा बंद कर दी गयी है.