-
एंटी-नक्सल ऑपरेशन के एडीजी संजीव पंडा ने निर्धारित किया
-
एंटी-नक्सल ऑपरेशन में सुरक्षा बलों को मिला स्पष्ट मिशन, निर्णायक कार्रवाई तेज
-
फुलबाणी में हुए एंटी-नक्सल ऑपरेशन की हुई समीक्षा
-
कंधमाल मुठभेड़ को एडीजी संजीव पंडा ने बताया बड़ी सफलता
भुवनेश्वर। ओडिशा को नक्सलवाद के साए से पूरी तरह मुक्त करने की दिशा में सुरक्षा बलों ने निर्णायक कदम बढ़ा दिए हैं। एंटी-नक्सल ऑपरेशन के एडीजी संजीव पंडा ने साफ कहा है कि राज्य को नक्सल मुक्त बनाने के लिए सुरक्षा बलों को स्पष्ट लक्ष्य सौंपा गया है। उन्होंने भरोसा जताया कि प्रभावी रणनीति, सटीक खुफिया जानकारी और निरंतर कार्रवाई के दम पर मार्च महीने तक ओडिशा नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा।
कंधमाल जिले में चल रहे नक्सल विरोधी अभियान की समीक्षा के लिए एंटी-नक्सल ऑपरेशन के एडीजी संजीव पंडा ने फुलबाणी में उच्चस्तरीय बैठक की। समीक्षा के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कंधमाल मुठभेड़ को सुरक्षा बलों की एक महत्वपूर्ण सफलता करार दिया और ऑपरेशन में शामिल सभी जवानों की सराहना की।
नक्सल विरोधी अभियान अभी भी जारी
एडीजी पंडा ने कहा कि नक्सल विरोधी अभियान अभी भी जारी है और इसमें अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान भारी मात्रा में माओवादी सामग्री, आधुनिक हथियार और विस्फोटक बरामद किए गए हैं, जिससे नक्सली नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है।
विभिन्न राज्यों में हुई कई हिंसक घटनाओं में शामिल था गणेश
उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में मारा गया माओवादी नेता गणेश उइके करीब 39 वर्षों से माओवादी संगठन से जुड़ा हुआ था। गणेश उइके विभिन्न राज्यों में हुई कई हिंसक घटनाओं में शामिल रहा था और ओडिशा में नक्सली गतिविधियों का नेतृत्व कर रहा था। वह संगठन का एक वरिष्ठ और प्रभावशाली नेता था, ऐसे में उसकी मौत माओवादी संगठन के लिए एक बड़ा झटका है।
अब सदस्य या तो संगठन छोड़ देंगे या आत्मसमर्पण करेंगे
एडीजी संजीव पंडा ने उम्मीद जताई कि गणेश उइके के मारे जाने के बाद माओवादी संगठन के कई सदस्य या तो संगठन छोड़ देंगे या आत्मसमर्पण का रास्ता अपनाएंगे। उन्होंने नक्सलियों से हिंसा का मार्ग त्याग कर सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति का लाभ उठाने की अपील की।
बड़े अभियान में मारा गया गणेश
कंधमाल जिले में गुरुवार को हुई एक बड़ी मुठभेड़ में प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) के केंद्रीय समिति सदस्य और ओडिशा प्रमुख गणेश उइके सहित चार माओवादी मारे गए थे। यह भीषण मुठभेड़ चाकपाड़ा थाना क्षेत्र के जंगलों में हुई थी। स्पेशल इंटेलिजेंस विंग से मिले सटीक इनपुट के आधार पर सुरक्षाबलों ने संयुक्त अभियान चलाया था।
Indo Asian Times । Hindi News Portal । इण्डो एशियन टाइम्स,। हिन्दी न्यूज । न रूकेगा, ना झुकेगा।।
