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दो झरने और हिरण बने नए आकर्षण
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नंदनकानन से लाए गए हिरणों को प्राकृतिक वातावरण में छोड़ा गया
बालेश्वर। ओडिशा के बालेश्वर जिले स्थित प्रसिद्ध कुलडीहा वन्यजीव अभयारण्य शनिवार से पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। हर वर्ष की तरह इस बार भी 1 नवंबर से अभयारण्य का प्रवेश द्वार पर्यटकों के लिए खोला गया, जिससे प्रकृति प्रेमियों के लिए पर्यटन सीजन की शुरुआत हो गई है। इस बार अभयारण्य में कुछ नए आकर्षण जोड़े गए हैं। नंदनकानन प्राणी उद्यान से लाए गए हिरणों को जंगल क्षेत्र में छोड़ा गया है, ताकि पर्यटक उन्हें उनके प्राकृतिक आवास में निहार सकें। इसके अलावा, इस वर्ष से पर्यटक गदसिमुलिया और मेचखंड झरनों की भी सैर कर सकेंगे। इन दोनों जलप्रपातों को जनता के लिए खोले जाने से अभयारण्य की सुंदरता और पर्यटन संभावनाएं और भी बढ़ गई हैं।
सरल सुविधाओं के बावजूद पर्यटकों की उम्मीदें बढ़ीं
कुलडीहा अभयारण्य, भले ही सुविधाओं की दृष्टि से समीपवर्ती सिमिलिपाल राष्ट्रीय उद्यान जितना विकसित नहीं है, लेकिन अपनी प्राकृतिक सादगी और शांत वातावरण के कारण यह प्रकृति प्रेमियों के बीच लोकप्रिय बना हुआ है। सिमिलिपाल में जहां कई प्रवेश और निकास द्वार हैं और समय-समय पर विशेष आयोजन भी किए जाते हैं, वहीं कुलडीहा में केवल एक ही द्वार है, जिसका प्रयोग प्रवेश और निकास दोनों के लिए किया जाता है। इस कारण पर्यटकों की आवाजाही सीमित रहती है और भ्रमण के विकल्प कम हो जाते हैं।
बड़े पैमाने पर प्रबंध नहीं
अभयारण्य में घूमने के लिए पर्यटकों को अपने निजी वाहनों का उपयोग करना पड़ता है। कुलडीहा के रेंजर सुब्रत बेहेरा ने बताया कि स्टाफ की कमी के कारण बड़े पैमाने पर प्रबंध नहीं किए जा सके हैं, लेकिन सड़कों की मरम्मत कर दी गई है ताकि किसी को परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि हमारे स्क्वॉड सदस्य पूरे समय पर्यटकों का मार्गदर्शन करेंगे ताकि उनका अनुभव सुचारू और सुरक्षित रहे।
डीएफओ ने किया औपचारिक उद्घाटन
शनिवार सुबह ठीक 8 बजे डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर (डीएफओ) ने कुलडीहा अभयारण्य का औपचारिक उद्घाटन किया। इस मौके पर सुब्रत बेहेरा ने बताया कि हर वर्ष 1 नवंबर को हमारा अभयारण्य खुलता है, और इस बार भी सुबह 8 बजे द्वार खोले गए। हमने नेचर कैंप तक जाने वाली सड़क की मरम्मत कर ली है, ताकि पर्यटकों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो। इस वर्ष गदसिमुलिया और मेचखंड नामक दो नए झरनों को सार्वजनिक रूप से खोला गया है।
पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी की उम्मीद
वन विभाग के अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि इन नए आकर्षणों की वजह से आने वाले दिनों में अभयारण्य में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। कुलडीहा की हरियाली, वन्यजीवों और झरनों की सुंदरता एक बार फिर सर्दियों के मौसम में प्रकृति प्रेमियों को अपनी ओर खींचने के लिए तैयार है।
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