-
सड़कों पर इक्के-दुक्के चलते फिरते दिखे लोग
-
प्रशासन अलर्ट, जगह-जगह वाहन की हो रही थी चेकिंग
-
कटक की जनता ने सीएमसी पदाधिकारियों पर लगाया लापरवाही का आरोप
शैलेश कुमार वर्मा, कटक
कटक में कोरोना पॉजिटिव अत्यधिक संख्या में पाए जाने के कारण सप्ताहिक शटडाउन के बाद और तीन दिन के लिए सीएमसी की ओर से शटडाउन की घोषणा की गई है. इसका पालन कटक की जनता ने बहुत अच्छी तरह से कर रही है. कटक में शटडाउन के दौरान सड़कों पर सन्नाटा ही सन्नाटा दिखा. सड़कों पर इक्के-दुक्के लोग चलते-फिरते नजर आए. अति आवश्यक काम के होने के कारण घर के आवश्यक सामानों को लेने के लिए ये निकले थे. इधर प्रशासन भी कोरोना को लेकर काफी अलर्ट दिखा. पुलिस प्रशासन कटक के विभिन्न मार्गों पर बैरियर लगाकर वाहन चेकिंग कर रहा था. अनावश्यक घर से निकले हुए व्यक्ति पर नकेल कसते हुए वाहनों का चालान भी काटा गया.
इधर कटक में कोरोना पॉजिटिव अत्यधिक मात्रा में निकलने के कारण कटक के स्थानीय निवासियों ने सीएमसी के आला अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि सीएमसी की ओर से सेनिटाइजिंग की व्यवस्था ठीक ढंग से नहीं हो पा रही है. सीएमसी अपनी वाहवाही लेने के चक्कर में खुद अपनी ही पीठ खुद थपथपा रही है. इधर, कटक की जनता में कुछ रोष देखा जा रहा है कि अगर प्रशासन पूर्ण रूप से अलर्ट होता तो कटक में इतनी तेजी के साथ कोरोना अपना पैर नहीं पसार पाता. हालांकि जिला प्रशासन भी कोरोना मुक्त करने के लिए पूरी तरह से संकल्पित है. इधर, लगातार शटडाउन होने के कारण व्यापारियों में भी उदासी देखी जा रही है. कुछ व्यापारियों का कहना है कि शटडाउन बहुत जरूरी है, लेकिन घर परिवार चलाने के लिए व्यापार का होना भी अति आवश्यक है.
शटडाउन के दौरान कटक में अति आवश्यक सामानों के लिए किराना दुकान, सब्जी दुकान, मेडिकल दुकान एवं दूध की बिक्री के लिए दुकान खुले हुए देखे गए. हालांकि आकलन यह भी लगाया जा रहा है कि कोरोना पर नियंत्रित नहीं हो पाया तो आगे और भी शटडाउन की अवधि बढ़ेगी. अभी शटडाउन आठ जुलाई को मध्य रात्रि तक के लिए घोषित किया गया है.