कटक. अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन के वेबिनार में कोरोना संकट को लेकर परस्पर विचारों के आदान-प्रदान किया गया. इस दौरान जागरुकता फैलाने और सतर्क रहने पर जोर दिया गया. कोविद-19 के नियमों का पालन करने पर विचार केंद्रित रहे.
उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन की राष्ट्रभर में 450 से अधिक शाखाएं 19 राज्यों में कार्यरत हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष कोलकाता से शारदा लखोटिया ने एक अप्रैल 2020 से आरंभ हुए इस सत्र में पांच प्रकल्प लिया है, जिनमें से ‘रक्तदान, अंगदान, देहदान एवं नेत्रदान’ एक प्रकल्प है.
इस प्रकल्प की राष्ट्रीय प्रमुख संध्या अग्रवाल कटक, ओडिशा से हैं. सम्मेलन के इतिहास में पहली बार आपकी परिकल्पना से राष्ट्र की शाखाओं द्वारा कोरोना के कठिन समय में, जून महीने में रक्तदान शिविरों का आयोजन किया गया. इसके लिए आपके द्वारा पहले से ही सावधानियां एवं सतर्कता के मापदंड दिए गए थे. 2119 यूनिट रक्त इस एक महीने में विभिन्न प्रांतों के 69 शिविरों द्वारा संग्रहित किया गया.
इसी विषय में कल 4 जुलाई को एक वेबिनार आयोजित किया गया. इसमें संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्ष शारदा लाखोटिया, राष्ट्रीय सचिव रेखा लाखोटिया, राष्ट्रीय कोषाध्यक्षा श्वेता ने कार्यक्रम में चार चांद लगाए. पंद्रह प्रादेशिक अध्यक्ष, 16 प्रादेशिक प्रमुख, विभिन्न प्रांतों में रक्तदान शिविर आयोजित करनेवाली शाखाओं के प्रतिनिधियों ने कार्यक्रम अपनी उपस्थिति दर्ज करवाकर के कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई कार्यक्रम का शीर्षक था अपनों से कुछ कहें और उनकी कुछ सुनें. परस्पर विचारों के आदान प्रदान का यह कार्यक्रम दो घंटों तक चला, जिसमें बहुत सकारात्मक विचार-विमर्श हुए.
सभी रक्तदान शिविर का एक बहुत सुंदर चलचित्र वेबिनार के दौरान प्रस्तुत किया गया, जो रितु मोड़ा ने सभी शिविरों की फ़ोटो को समाहित करके बनाया था. इसकी सबने खूब सराहना की. इस कार्यक्रम की सफ़लता में राष्ट्रीय सचिव रेखा, राष्ट्रीय उत्तरांचल प्रमुख अंजू सरावगी, कोलकता शाखा अध्यक्ष पूनम , रा. सचिव बबीता बगड़िया का सहयोग रहा. कार्यक्रम के आरंभ से ही अर्चना चौधरी एवं रितु मोड़ा का बहुत अमूल्य सहयोग रहा.