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सौगत रॉय के इस्तीफे की मांग
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पश्चिम बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी ममता की नाकामियों का आईना – मनमोहन सामल
भुवनेश्वर। पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में ओडिशा की मेडिकल छात्रा के साथ हुए गैंगरेप को लेकर ओडिशा भाजपा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला किया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल ने ममता की सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफलता का आरोप लगाते हुए कहा कि महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद उन्होंने महिलाओं को बुनियादी सुरक्षा भी नहीं दी।
सामल ने कहा कि ममता बनर्जी ने केवल नाम के लिए सत्ता संभाली है। पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है और ममता का पुलिस या प्रशासनिक अधिकारियों पर कोई नियंत्रण नहीं है।
उन्होंने दुर्गापुर घटना को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताया और मुख्यमंत्री के कथित बयान की कड़ी निंदा की, जिसमें ममता ने महिलाओं से कहा था कि रात के बाद घर से बाहर न निकलें। सामल ने कहा कि एक महिला मुख्यमंत्री से इस तरह का बयान बेहद दुखद है और यह सरकार की विफलता को और गहरा करता है।
सौगत रॉय पर निशाना
ओडिशा भाजपा अध्यक्ष ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगता रॉय को भी घेरा और कहा कि उनके द्वारा इस मामले पर दिए गए विवादास्पद बयान के बाद उन्हें तुरंत सांसद पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। सामल ने कहा कि सौगता रॉय के पास संसद सदस्य बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। अगर सरकार महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकती, तो उस प्रकार की शासन व्यवस्था का क्या मतलब?
तृणमूल की शासन प्रणाली पर भी सवाल उठाया
सामल ने पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की शासन प्रणाली पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि यह शासन का शून्य और महिलाओं के प्रति नेताओं की असफलता दर्शाता है।
ममता ने विवादित बयान देकर टाला जवाब
गौरतलब है कि रविवार को ममता बनर्जी ने दुर्गापुर गैंगरेप मामले पर विवादित टिप्पणी की थी। मीडिया के सवालों का जवाब देने के बजाय उन्होंने ओडिशा पर आरोप लगाया और कहा कि आप पुलिस से पूछ सकते हैं। यह मेरा मामला नहीं है, बल्कि पुलिस का है। अब तक तृणमूल कांग्रेस की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। इधर, ओडिशा भाजपा ने दुर्गापुर घटना को लेकर पश्चिम बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था की विफलता को उजागर करते हुए तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है।
प्रताप षाड़ंगी ने पीड़िता से की मुलाकात
इधर, बालेश्वर सांसद प्रताप षाड़ंगी अस्पताल में भर्ती पीड़िता का हालचाल जानने पहुंचे थे। इस दौरान उनके साथ ओडिशा भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष ऐश्वर्या बिस्वाल और भाजपा कार्यकर्ताओं का एक दल भी मौजूद था। अस्पताल पहुंचने पर सुरक्षा कर्मियों ने सांसद को रोक दिया, जिसके कारण षाड़ंगी और सुरक्षा कर्मियों के बीच तीखी बहस हुई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सांसद को अस्पताल के गेट पर काफी देर तक इंतजार करना पड़ा क्योंकि सुरक्षा कर्मियों ने दरवाजा खोलने से इनकार कर दिया था।
पीड़िता के माता-पिता से भी की मुलाकात
लंबे इंतजार के बाद सांसद को अस्पताल में प्रवेश की अनुमति दी गई, जहां उन्होंने पीड़िता के माता-पिता से मुलाकात कर उनके हालचाल पूछे। बाद में उन्होंने स्वयं पीड़िता से भी मुलाकात कर हौसला बढ़ाया और भरोसा दिलाया कि न्याय की लड़ाई में पूरा ओडिशा उनके साथ खड़ा है।
षाड़ंगी का बंगाल सरकार पर तीखा हमला
मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में प्रताप षाड़ंगी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह चरमरा चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य अपराधियों का अड्डा बन चुका है। यहां महिलाओं की सुरक्षा भगवान भरोसे है। ममता बनर्जी सरकार इस गंभीर अपराध को दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने पश्चिम बंगाल पुलिस की जांच प्रक्रिया पर भी सवाल उठाया और कहा कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
छात्रा के साथ हुई दरिंदगी से पूरे ओडिशा में गुस्सा
गौरतलब है कि ओडिशा के जलेश्वर की रहने वाली द्वितीय वर्ष की एमबीबीएस छात्रा के साथ शुक्रवार रात दुर्गापुर में गैंगरेप हुआ था। वह अपने मित्र के साथ डिनर के लिए बाहर गई थी, जब कुछ लोगों ने उन्हें सुनसान इलाके में रोका और वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने अब तक इस निर्मम अपराध में छह लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें पीड़िता का कथित प्रेमी भी शामिल है। इस घटना ने न केवल ओडिशा बल्कि पूरे देश में आक्रोश पैदा कर दिया है। भाजपा सांसद षाड़ंगी ने कहा कि वे इस मामले को संसद में उठाएंगे और ओडिशा व केंद्र सरकार से मिलकर पीड़िता को न्याय दिलाने की दिशा में हर संभव प्रयास करेंगे।