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ओडिशा सरकार का एयर कनेक्टिविटी पर बड़ा फोकस
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2036 तक पुरी में अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा व पांच नए एयरपोर्ट का लक्ष्य
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2047 तक 5 लाख करोड़ का शिपबिल्डिंग उद्योग तैयार करने की योजना
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने राज्य में हवाई संपर्क और परिवहन अवसंरचना को मजबूत करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने ढेंकानाल में सिविल एविएशन ऑपरेशन सेंटर स्थापित करने का निर्णय लिया है, जो अगले दो वर्षों में कार्यशील हो जाएगा।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, ‘विजन 2036’ और ‘विजन 2047’ रोडमैप के तहत राज्य सरकार 10 नए घरेलू और 3 नए अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए सीधी उड़ान सेवाएं शुरू करने की योजना बना रही है।
नए हेलीपोर्ट विकसित करने पर भी ध्यान
सरकार दूरदराज और शहरी इलाकों में हवाई पहुंच को आसान बनाने के लिए नए हेलीपोर्ट विकसित करने पर भी ध्यान दे रही है। ‘उड़ान’ योजना के तहत 2036 तक कम से कम पांच नए हवाईअड्डे विकसित किए जाएंगे, जिनमें पुरी में एक अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा भी शामिल है।
शिपबिल्डिंग और रिपेयर उद्योग के विकास का लक्ष्य
2047 तक राज्य सरकार 5 लाख करोड़ रुपये के शिपबिल्डिंग और रिपेयर उद्योग के विकास का लक्ष्य रख रही है। इसके साथ ही हवाईअड्डों की क्षमता को इस स्तर तक बढ़ाने की योजना है कि प्रति दस लाख जनसंख्या पर 5 लाख यात्री वार्षिक रूप से हवाई यात्रा कर सकें। दीर्घकालिक योजना के तहत आठ नए गैर-मुख्य बंदरगाहों का भी विकास किया जाएगा।
24 माह की एक कार्ययोजना तैयार
परिवहन विभाग ने इसके लिए 24 माह की एक कार्ययोजना तैयार की है, जिसमें प्रमुख रणनीतियां और प्रदर्शन संकेतक शामिल हैं। सभी विभागों को 15 अक्टूबर तक अपनी विस्तृत योजनाएं प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं, जिसके बाद विकास आयुक्त की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक होगी।
अधिकारियों के अनुसार, यह पहल ओडिशा के परिवहन नेटवर्क को सुदृढ़ करने, औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करने और क्षेत्रीय संपर्क बढ़ाने की दिशा में अगले दो दशकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।