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हत्या के नौ दिन बाद जांच में देरी पर परिवार ने जताई नाराजगी
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मुख्यमंत्री माझी से की तेज कार्रवाई की अपील
ब्रह्मपुर। वरिष्ठ अधिवक्ता और भाजपा नेता पीतावास पंडा की हत्या को नौ दिन बीत चुके हैं, लेकिन परिवार का कहना है कि जांच की गति अभी भी धीमी है। पीतावास पंडा के छोटे भाई पूर्णचंद्र पंडा ने राज्य सरकार और मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से अपील की कि इस मामले की जांच में तेजी लाई जाए और हत्या की साजिश रचने वाले वास्तविक मास्टरमाइंड को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
पूर्णचंद्र पंडा ने कहा कि पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और जल्द ही जानकारी साझा की जाएगी। हमें सरकार पर पूरा भरोसा है, लेकिन जांच की गति धीमी है। हम मुख्यमंत्री और राज्य सरकार से अनुरोध करते हैं कि जांच को शीघ्र पूरा कर असली साजिशकर्ता को पकड़ा जाए।
उन्होंने कहा कि गोली चलाने वाला व्यक्ति जरूरी नहीं कि वही हो जिसने पूरी साजिश रची हो। मैं उनसे हत्या से एक दिन पहले शाम को मिला था, वे सामान्य और शांत दिख रहे थे। पूर्णचंद्र ने कहा कि उनके किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। मेरा मानना है कि इसके पीछे कोई और व्यक्ति है।
उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि इस अपराध में शामिल असली षड्यंत्रकारियों के खिलाफ उदाहरण प्रस्तुत करने वाली कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
जांच के अहम मोड़ पर पहुंचा मामला
इस बीच, ब्रह्मपुर पुलिस ने जांच की रफ्तार तेज कर दी है। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज और पूछताछ से कुछ ठोस सुराग मिले हैं। विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने क्षेत्र के 60 से अधिक वीडियो फुटेज की जांच की है, जिनसे हत्या में शामिल संदिग्धों की गतिविधियों का पता लगाया जा रहा है।
पुलिस एक लग्जरी कार की भी गहन जांच कर रही है जो घटना वाली रात पीतावास पंडा के नियमित मार्ग पर कई बार दिखाई दी थी। पुलिस का मानना है कि हमलावरों ने इसी वाहन का इस्तेमाल हमले से पहले और बाद में किया हो सकता है।
ब्रह्मपुर एसपी सरवण विवेक एम ने बताया कि गवाहों के बयानों और सीसीटीवी विश्लेषण के आधार पर संदिग्धों की सूची को सीमित किया जा रहा है।
कई संदिग्ध हिरासत में
पुलिस ने बताया कि अब तक 5 से 6 संदिग्धों को निगरानी में रखा गया है, जबकि इस सप्ताह तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें एक सीआईएसएफ जवान भी शामिल है। हालांकि उसकी भूमिका की पुष्टि अभी नहीं हुई है। अब तक 50 से अधिक लोगों, जिनमें प्रत्यक्षदर्शी, पीतावास पंडा के सहयोगी व आसपास के निवासी शामिल हैं, से पूछताछ की जा चुकी है। पुलिस ने यह भी संकेत दिया है कि इस हत्या के तार ओडिशा के बाहर से भी जुड़े हो सकते हैं, क्योंकि यह हमला पूर्व नियोजित और पेशेवर ढंग से अंजाम दिया गया था। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस जघन्य हत्या के पीछे की पूरी साजिश का पर्दाफाश किया जाएगा।