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बीजद के दिवंगत विधायक राजेंद्र ढोलकिया के पुत्र जय ढोलकिया भाजपा में शामिल
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चुनाव से पहले ही बीजद को लगा बड़ा झटका
भुवनेश्वर। नुआपड़ा विधानसभा उपचुनाव से पहले ओडिशा की राजनीति में एक अहम बदलाव देखने को मिला है। बीजू जनता दल के दिवंगत विधायक राजेंद्र ढोलकिया के पुत्र जय ढोलकिया ने शनिवार को औपचारिक रूप से भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
जय ढोलकिया को भाजपा की प्राथमिक सदस्यता भुवनेश्वर स्थित पार्टी मुख्यालय में दिलाई गई। इस मौके पर भाजपा ओडिशा प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन समल, मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और वरिष्ठ नेता पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बसंत पंडा समेत कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
जय जगन्नाथ के साथ अपने भाषण की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री मोहन माझी ने कहा कि आज जश्न का दिन है क्योंकि स्वर्गीय राजेंद्र ढोलकिया के बेटे जय ढोलकिया हमारी पार्टी में शामिल हो गए हैं। उन्होंने सत्ता में आने के बाद हमारे काम को देखा है और इतने प्रभावित हुए कि हमारी पार्टी में शामिल हो गए। क्योंकि हम झूठे वादे करने के बजाय जनता की सेवा करने में विश्वास रखते हैं।
नुआपड़ा विधानसभा उपचुनाव 11 नवम्बर को होने वाला है। यह चुनाव बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण और देश के अन्य छह विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनावों के साथ आयोजित किया जाएगा।
कांग्रेस ने आदिवासी नेता घासीराम को मैदान में उतारा
जहां कांग्रेस ने पहले ही अपने उम्मीदवार के रूप में प्रमुख आदिवासी नेता घासीराम माझी का नाम घोषित कर दिया है। दूसरी ओर, बीजू जनता दल ने अभी तक अपने प्रत्याशी का चयन नहीं किया है।
ढोलकिया हो सकते हैं भाजपा का चेहरा
भाजपा ने अभी तक अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। हालांकि, जय ढोलकिया का भाजपा में शामिल होना इस बात का स्पष्ट संकेत माना जा रहा है कि पार्टी उन्हें अपने उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतार सकती है, ताकि वे अपने दिवंगत पिता की विरासत को आगे बढ़ा सकें। नुआपड़ा सीट पर यह उपचुनाव 8 सितम्बर को मौजूदा विधायक राजेंद्र ढोलकिया के निधन के बाद खाली हुई थी।
उपचुनाव से एक माह पहले सियासी समीकरण बदले
सूत्रों के अनुसार, ढोलकिया परिवार की नुआपड़ा में लंबे समय से मजबूत जनाधार रहा है और जय के भाजपा में जाने से जिले की राजनीतिक तस्वीर पूरी तरह बदल सकती है। इतना ही नहीं राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि जय ढोलकिया का भाजपा में प्रवेश पश्चिम ओडिशा में भी पार्टी की स्थिति को मजबूत कर सकता है। अपने पिता की लोकप्रियता और क्षेत्र में उनकी मजबूत पकड़ के चलते जय ढोलकिया का यह कदम नुआपड़ा की चुनावी समीकरणों को काफी हद तक बदल सकता है।
बीजद की रणनीति को बड़ा झटका
बीजद उपाध्यक्ष देवी प्रसाद मिश्र ने हाल ही में संकेत दिया था कि पार्टी राजेंद्र ढोलकिया की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए जय को उम्मीदवार बनाने पर विचार कर रही है। मिश्र ने कहा था कि नुआपड़ा का विकास बीजू बाबू के सपनों और राजेंद्र ढोलकिया के नेतृत्व से जुड़ा रहा है।