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निःस्वार्थ सेवा के प्रतीक थे पंडित गोपबंधु दास
भुवनेश्वर। उत्कल मणि के रुप में परिचित पंडित गोपबंधु दास निःस्वार्थ सेवा के प्रतीक थे। वह लोगों की सेवा को ही नारायण की सेवा मानते थे। उनका जीवन केवल सेवा तक सीमित नहीं था, बल्कि कर्तव्य का सजीव उदाहरण था। हम सभी को पंडित गोपबंधु दास की जीवनी से प्रेरणा लेनी चाहिए और सेवा के पथ पर अग्रसर होना चाहिए। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व क्षेत्र के क्षेत्रीय सेवा प्रमुख दीपक कुमार राउत ने ये बातें कहीं। ओडिशा में उत्कल विपन्न सेवा समिति (यूबीएसएस) द्वारा पंडित गोपबंधु दास की जयंती पर सेवा परिसर में आयोजित रक्तदान शिविर के उद्घाटन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे।
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 9 अक्टूबर को उत्कलमणि पंडित गोपबंधु दास की जयंती को ‘सेवा दिवस’ के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर उत्कल विपन्न सहायता समिति द्वारा मंचेश्वर स्थित मुख्य कार्यालय “सेवा” परिसर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर के उद्घाटन समारोह को बोलते हुए राउत ने कहा कि गोपबंधु दास के जीवन दर्शन पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने रक्तदान को युवाओं के लिए एक “सेवादीप्त प्रतीक” के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने आग्रह किया कि अधिक से अधिक युवा रक्तदान करें तथा समाज में वंचितों की सेवा के लिए आगे आयें।
उद्घाटन कार्यक्रम में कैपिटल अस्पताल के हृदयरोग विशेषज्ञ एवं निदेशक डा प्रभात कुमार दास मुख्य अतिथि, डा देवाशीष मिश्र (ब्लड बैंक अधिकारी) सम्मानित अतिथि तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, पूर्व समिति के अध्यक्ष अभय सामंतराय ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
मुख्य अतिथि डा प्रभात कुमार दास ने अपने संबोधन में रक्तदान की महानता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उत्कल विपन्न सहायता समिति पिछले दो दशकों से अधिक समय से इस महान अवसर पर लगातार रक्तदान शिविर आयोजित कर रही है, जो उनके सेवा भाव का उत्कृष्ट उदाहरण है। उन्होंने समिति की निरंतर सामाजिक सेवा की सराहना की।
सम्मानित अतिथि डा. देवाशीष मिश्रा ने समिति के रक्तदान शिविरों में अपनी निरंतर भागीदारी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे समाज सेवा की प्रेरक भावना बताया।
समिति के अध्यक्ष अभय सामंतराय ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में समिति द्वारा चलाए जा रहे सेवा कार्यों का उल्लेख करते हुए पंडित गोपबंधु दास के निःस्वार्थ सेवा भाव को याद किया और भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और राष्ट्रीय सेवा भारती के अनेक अधिकारी एवं कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
शिविर का संयोजन श्री रुद्रनारायण महापात्र (सुस्रुत प्रांत संयोजक) ने किया, जबकि समिति के कोषाध्यक्ष श्री नारायण चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। इस रक्तदान शिविर में 118 यूनिट रक्त एकत्र किया गया, जिसे कैपिटल अस्पताल को सौंपा गया।