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घटना के तीन दिन बाद भी कोई गिरफ्तारी नहीं
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30 संदिग्धों से पूछताछ जारी
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पुलिस ने 75 सीसीटीवी फुटेज खंगाले
ब्रह्मपुर। भाजपा नेता और वरिष्ठ अधिवक्ता पीतावास पंडा की दिनदहाड़े हत्या पूर्व नियोजित साजिश के तहत की गई थी। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि यह पूर्व नियोजित हत्या (प्लान्ड असैसिनेशन) थी, न कि किसी आकस्मिक हिंसा की घटना।
इधर, हत्या के तीन दिन बीत जाने के बाद भी ओडिशा पुलिस अब तक किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पुलिस ने अब तक कम से कम 30 संदिग्धों से पूछताछ की है और 75 से अधिक सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया है, लेकिन हमलावरों का कोई सुराग नहीं मिला है।
सोमवार को पीतावास पंडा की आवास के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। ब्रह्मपुर एसपी सरवण विवेक एम ने बताया कि दो अज्ञात हमलावर मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए और करीब से गोली चलाकर पंडा के सीने में वार किया, जिसके बाद दोनों फरार हो गए।
जांच में लगी हैं छह विशेष पुलिस टीमें
उन्होंने कहा कि छह विशेष पुलिस टीमें बनाई गई हैं, जिनका नेतृत्व वरिष्ठ अधिकारी कर रहे हैं। ये टीमें संदिग्धों की पहचान, सीसीटीवी विश्लेषण और हमलावरों के भागने के रास्ते का पता लगाने पर काम कर रही हैं।
फॉरेंसिक जांच में मिली साजिश के संकेत
प्रारंभिक फॉरेंसिक रिपोर्ट और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान से यह स्पष्ट हुआ है कि हत्या बेहद सुनियोजित तरीके से की गई थी। जांच एजेंसियों को शक है कि इसमें भाड़े के शूटरों (कॉन्ट्रैक्ट किलर्स) की भूमिका रही हो सकती है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि हत्या के पीछे राजनीतिक, व्यक्तिगत या पेशेवर कारण क्या था।
करीब दो मीटर की दूरी से दागी गई गोली
एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की प्रोफेसर सुदीपा दास के अनुसार, गोली करीब दो मीटर की दूरी से दागी गई थी, जो दाहिने सीने से होकर रीढ़ की हड्डी में फंस गई। उन्होंने बताया कि मृत्यु का कारण अत्यधिक रक्तस्राव के कारण हुआ हेमोरेजिक शॉक था। लगभग चार लीटर रक्त की हानि हुई थी।
देशी हथियार से फायरिंग
जांच में यह भी सामने आया है कि देशी हथियार से फायरिंग की गई थी, हालांकि एसपी ने कहा कि इसकी पुष्टि बैलिस्टिक जांच रिपोर्ट आने के बाद ही होगी। विशेषज्ञ अब बरामद गोली की जांच कर रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि कौन-सा हथियार इस्तेमाल किया गया था। पुलिस का कहना है कि जांच कई दिशाओं में जारी है और जल्द ही हत्यारों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
बेटे ने हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग की
उनके बेटा सौरव पंडा ने ओडिशा सरकार से हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग की है। पहली बार मीडिया से बात करते हुए सौरव ने कहा कि उनके पिता हमेशा गरीबों और जरूरतमंदों के लिए बिना शुल्क के न्याय की लड़ाई लड़ते थे। मेरे पिता बहुत अच्छे इंसान थे। वे गरीबों के लिए बिना पैसे लिये केस लड़ते थे। हमने कभी नहीं सोचा था कि इतना नेक इंसान किसी की गोली का शिकार बन जाएगा।
उन्होंने बताया कि उनके पिता ने कभी किसी से निजी दुश्मनी नहीं रखी थी और हमेशा लोगों की मदद करने को प्राथमिकता दी। वे घर आते तो हंसते हुए परिवार के साथ वक्त बिताते थे। उन्होंने कभी पेशेवर बातें घर में नहीं कीं।
सदमे में है पूरा परिवार
सौरव ने बताया कि जिस दिन घटना हुई, उनके पिता परिवार के लिए नाश्ता खरीदने गए थे। जो खाना वो लाए थे, वो आज भी वैसे ही रखा है। वे हमारे परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। अब हमें नहीं पता कि उनके बिना कैसे जिएंगे।
पुलिस अधिकारियों ने बयान दर्ज किया
उन्होंने बताया कि पुलिस अधिकारियों ने उसी रात उनका बयान दर्ज किया है। डीएसपी और अन्य अधिकारी हमसे मिलने आए और घटना की जानकारी ली। मैंने जो कुछ भी जानता था, सब बताया। अब बस यही चाहता हूं कि जो मेरे पिता के हत्यारे हैं, उन्हें जल्द से जल्द कड़ी सजा, यानी फांसी, दी जाए।