Home / Odisha / गुरुकुल समापन दिवस आध्यात्मिक और सांस्कृतिक उत्सव में बदला
IAT NEWS INDO ASIAN TIMES ओडिशा की खबर, भुवनेश्वर की खबर, कटक की खबर, आज की ताजा खबर, भारत की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज, इंडिया की ताजा खबर

गुरुकुल समापन दिवस आध्यात्मिक और सांस्कृतिक उत्सव में बदला

  •     संस्कार, संस्कृति और भावनाओं का दिखा अद्भुत संगम

भुवनेश्वर। बन बंधु परिषद द्वारा संचालित गुरुकुल का समापन दिवस रविवार को एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक उत्सव में बदल गया। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर स्थित तेरापंथ भवन में आयोजित समापन समारोह में बच्चों ने अपनी मासूम मुस्कान, अनुशासित प्रस्तुति और सृजनात्मक प्रतिभा से न केवल उपस्थित जनों को मंत्रमुग्ध किया, बल्कि सभी के हृदय को गहराई से स्पर्श किया। यह अवसर शिक्षा के साथ-साथ संस्कार और संस्कृति की जीवंत मिसाल बन गया।

कार्यक्रम का सबसे भावुक क्षण बंधन कार्यक्रम रहा। छोटे-छोटे बच्चों ने मंच पर अपने माता-पिता की आरती उतारी, उनके चरणों में प्रणाम कर आभार और सम्मान व्यक्त किया। उस पल सभागार में ऐसी शांति और श्रद्धा का वातावरण बना कि अनेक दर्शकों की आंखें नम हो गईं। यह दृश्य मानो भारतीय संस्कृति की आत्मा को साकार कर रहा था-माता-पिता को प्रथम गुरु मानने की परंपरा।

बच्चों ने गीता के साथ-साथ विभिन्न श्लोकों की शानदार प्रस्तुतियों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी हर प्रस्तुति में भारतीय संस्कृति की गरिमा, नैतिक मूल्यों की गहराई और समाज के प्रति जिम्मेदारी का संदेश झलकता रहा। इन छोटे कलाकारों की सरलता और समर्पण ने दर्शकों के दिलों अपनी छाप छोड़ी।

माता-पिता और अतिथियों ने बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि ये पल न केवल यादगार हैं, बल्कि यह नई पीढ़ी में भारतीय संस्कृति की जड़ें मजबूत करने का भी प्रेरक उदाहरण है।

बन बंधु परिषद की महिला इकाई की अध्यक्ष श्वेता अग्रवाल ने बताया कि गुरुकुल केवल शिक्षा का केंद्र नहीं है, बल्कि बच्चों के जीवन को संस्कार, अनुशासन और जिम्मेदारी से संवारने का एक पवित्र प्रयास है। यहां ज्ञान के साथ जीवन मूल्यों की शिक्षा दी जाती है, जो बच्चे को एक संवेदनशील और जिम्मेदार नागरिक बनाती है।

समापन दिवस का यह आयोजन उपस्थित सभी लोगों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बन गया। इस कार्यक्रम ने बच्चों के मन में माता-पिता, गुरु और समाज के प्रति सम्मान की भावना को गहरा किया तथा अभिभावकों में गर्व और आशा की नई किरण जगाई। यह दिवस साबित कर गया कि शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं, बल्कि संस्कृति और संस्कार से संपन्न जीवन ही सच्ची शिक्षा है।

इस मौके पर अतिथि के रूप में बन बंधु परिषद, भुवनेश्वर चैप्टर के अध्यक्ष प्रकाश भुरा, हैलो किड्स एलीट प्लेस्कूल की निदेशक जैस्मीन कर, बीजेईएम स्कूल की शिक्षिका संगीता शर्मा, पेरेंटिंग कोच वेदुला रामालक्ष्मी तथा बन बंधु परिषद युवा इकाई के अध्यक्ष विनय अग्रवाल की गरिमामयी उपस्थिति रही। इस आयोजन को सफल बनाने में कृष्णा अग्रवाल, संजू कोठारी, अमित सराफ, श्रीराम अग्रवाल और टीम की सदस्यों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निर्वहन की। कार्यक्रम में बच्चों को ट्रॉफी और प्रमाणपत्र प्रदान किया गया।

Share this news

About desk

Check Also

IAT NEWS INDO ASIAN TIMES ओडिशा की खबर, भुवनेश्वर की खबर, कटक की खबर, आज की ताजा खबर, भारत की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज, इंडिया की ताजा खबर

भारी बारिश से कलाहांडी में रेत डैम टूटा

    दक्षिण ओडिशा में फसलें डूबीं, आईएमडी ने रेड अलर्ट जारी किया भुवनेश्वर/कला‍हांडी। बंगाल …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *