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मौजूदा डिप्रेशन कमजोर, खाड़ी में नया निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना
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राज्य में अगले सप्ताह तक वर्षा का सिलसिला जारी रहने की चेतावनी
भुवनेश्वर। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने चेताया है कि ओडिशा में मौजूदा डिप्रेशन धीरे-धीरे पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। वर्तमान में यह प्रणाली दक्षिण आंतरिक ओडिशा के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय है और दक्षिण ओडिशा से छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ते हुए अगले 24 घंटे में कमजोर होकर स्पष्ट निम्न दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होने की संभावना है। इसके कारण राज्य के कई हिस्सों में जलभराव और स्थानीय बाढ़ का खतरा बना हुआ है।
आईएमडी ने बताया है कि अंडमान सागर के उत्तरी हिस्से में 30 सितंबर तक एक ऊपरी वायवीय चक्रवातीय परिसंचरण बन सकता है। इसके प्रभाव से अक्टूबर की शुरुआत में उत्तर और केंद्रीय बंगाल की खाड़ी में नया निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञों ने कहा है कि यह नया सिस्टम ओडिशा, छत्तीसगढ़ और आसपास के राज्यों में वर्षा की तीव्रता बढ़ा सकता है और आम जीवन तथा कृषि गतिविधियों पर असर डाल सकता है।
मछुआरों और तटीय इलाकों के लिए चेतावनी
तटीय इलाकों में तेज हवाओं और तूफानी समुद्री परिस्थितियों की आशंका है। हवाओं की गति 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। मछुआरों और समुद्री कारोबार से जुड़े लोगों को गहरे समुद्र में जाने से बचने और सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
राज्य सरकार और जिला प्रशासन की सतर्कता
ओडिशा सरकार ने सभी जिला प्रशासन को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानी बरतने का निर्देश दिया है। जलभराव, फसल क्षति और स्थानीय बाढ़ जैसी परिस्थितियों के मद्देनजर अधिकारियों को आपात कदम उठाने का निर्देश दिया गया है।
नागरिकों के लिए सुरक्षा निर्देश
मौसम विभाग और राज्य सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वह भारी वर्षा और बिजली गिरने के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें। पानी भरे क्षेत्रों में न जाएँ और मौसम संबंधी चेतावनियों का पालन करें।
मौसम विशेषज्ञों ने कहा है कि आने वाले दिनों में मौजूदा डिप्रेशन और खाड़ी में बनने वाला नया निम्न दबाव का क्षेत्र ओडिशा में वर्षा के पैटर्न को प्रभावित करेगा। प्रशासन और नागरिकों को सतर्क रहने और किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है।