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97,500 बीएसएनएल 4जी टावर से जुड़ा दूरदराज का भारत
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26,700 से अधिक अब तक वंचित गांवों में मोबाइल कनेक्टिविटी पहुंचेगी
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सीमावर्ती, पहाड़ी और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में होगा बेहतर नेटवर्क
झारसुगुड़ा। प्रधानमंत्री मोदी ने बीएसएनएल के नए अवतार का अनावरण किया और पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से विकसित 4जी सेवाओं का शुभारंभ किया। देश के संचार ढांचे को सुदृढ़ करने की दिशा में प्रधानमंत्री मोदी ने आज कुल 97,500 से अधिक बीएसएनएल 4जी मोबाइल टावरों को राष्ट्र को समर्पित किया। करीब 37,000 करोड़ रुपये की लागत से स्वदेशी तकनीक के माध्यम से तैयार किए गए इन टावरों के जरिए 26,700 से अधिक अब तक वंचित गांवों में मोबाइल कनेक्टिविटी पहुंचेगी। इनमें सीमावर्ती, पहाड़ी और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र शामिल हैं।
मोदी ने कहा कि डिजिटल कनेक्टिविटी आज शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसरों को मजबूत करने की कुंजी है। यह पहल ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों के नागरिकों को मुख्यधारा से जोड़ने में मील का पत्थर साबित होगी।
स्वदेशी 4जी तकनीक वाला पांचवां देश बना भारत
उन्होंने बताया कि इस उपलब्धि के साथ भारत अब उन पांच देशों में शामिल हो गया है, जिनके पास अपनी स्वदेशी 4जी तकनीक है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बीएसएनएल के करीब एक लाख 4जी टावर झारसुगुडा से राष्ट्र को समर्पित किए जा रहे हैं, जो देश के दूरस्थ क्षेत्रों तक हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचाएंगे। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि ये टावर भविष्य में 5जी सेवाओं के लिए भी तैयार हैं।