गोविंद राठी, बालेश्वर
यहां के सबसे पुराने शैक्षणिक संस्थान फकीर मोहन स्वशासित महाविद्यालय को विश्वविद्यालय की मान्यता प्रदान करने की मांग उठी है. एफएम कॉलेज के सामने कॉलेज के पूर्व छात्र संसद के अध्यक्ष हरे कृष्णा प्रधान के नेतृत्व में कॉलेज के पूर्व छात्र-छात्राओं तथा छात्र नेताओं ने इकट्ठे होकर शांतिपूर्ण तरीके से अपनी यह मांग रखी है.
बालेश्वर तथा उत्तर ओडिशा के विकास के लिए एफएम कॉलेज को विश्वविद्यालय की मान्यता देना जरूरी है. इसकी स्थापना 1944 में हुई थी. संबलपुर गंगाधर मेहर महाविद्यालय एवं बलांगीर के राजेंद्र महाविद्यालय को विश्वविद्यालय की मान्यता मिल चुकी है. इसी तरह भवानीपटना एवं रमा देवी महिला महाविद्यालय कालेज साल 1960 एवं 1964 में स्थापित किये गये थे. इन दोनों को भी विश्वविद्यालय की मान्यता मिल गई है.
इसके अलावा ब्रह्मपुर, संबलपुर एवं खुर्दा जिला में दो विश्वविद्यालय मौजूद हैं. मगर बालेश्वर जिले में दो विश्वविद्यालय नहीं हैं. इस कारण आंदोलन कर रहे छात्रों ने सरकार के सामने फकीर मोहन महाविद्यालय को विश्वविद्यालय की मान्यता देने की मांग की है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर सरकार उनकी मांगें मान लेती है तो बालेश्वर के बुद्धिजीवी भी सरकार को हर प्रकार का सहयोग देंगे.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांग नहीं मानेगी, विभिन्न स्तर पर अपने आंदोलन को आने वाले समय में और तीव्र करेंगे. कार्यक्रम के दौरान वरुण कुमार महालिक, कमल लोचन, शिव शंकर परिडा, ऋतुराज बारिक, सुभ्रजीत परिडा प्रमुख सहित कालेज के काफी संख्या में पुराने छात्र उपस्थित थे.