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जनसंपर्क से साध रहे जनता से जुड़ाव
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भाजपा विधायक ने किया पलटवार
भुवनेश्वर। जाजपुर के पूर्व विधायक और बीजद के सशक्त नेता माने जाने वाले प्रणव प्रकाश उर्फ बॉबी दास ने रविवार को कोरई विधानसभा क्षेत्र में अपनी राजनीतिक जमीन फिर से मजबूत करने की कवायद शुरू कर दी। लंबे समय से सक्रिय राजनीति से दूर रहने के बाद अब बॉबी स्थानीय कार्यक्रमों में लगातार दिखाई दे रहे हैं, जिससे उनके भविष्य की राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
सतीपुर स्थित कल्याण मंडप में अशोक दास फाउंडेशन द्वारा आयोजित सामुदायिक सभा में बॉबी दास ने जनता से भावनात्मक अपील की। उन्होंने कहा कि जाजपुर मेरी देवकी मां है और कोरई मेरी यशोदा मां। इस संबोधन से उन्होंने दोनों क्षेत्रों के साथ अपने गहरे रिश्ते को उजागर किया।
सेवा है प्राथमिकता, सत्ता नहीं
अपने हालिया राजनीतिक सफर पर विचार करते हुए बॉबी दास ने कहा कि मेरे लिए घर वापसी जीत-हार से ज्यादा अहम थी। मेरे पिता की मूंछें नहीं बदलीं, वैसे ही कोरई की जनता भी नहीं बदली।
उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके लिए सत्ता नहीं बल्कि सेवा प्राथमिकता है। हमें सत्ता की नहीं, आशीर्वाद की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री और बीजद सुप्रीमो नवीन पटनायक से उन्हें सदैव जनता की सेवा के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन मिला है।
कर्म बोलते हैं, शब्द नहीं – भाजपा विधायक
बॉबी दास के इस रुख पर कोरई से बीजेपी विधायक आकाश दासनायक ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कर्म बोलते हैं, शब्द नहीं। जब वे सत्ता में थे तब उन्हें कोरई मां याद नहीं आई। अब सत्ता से बाहर होने पर विकास की बातें करना हास्यास्पद है।
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि अपनी ताकत, काला धन और हथकंडों के बावजूद जनता ने उन्हें नकार दिया। कोरई की जनता स्वाभिमानी है और अब गुलामी की जिंदगी स्वीकार नहीं करेगी।
2024 चुनावी हार के बाद से सक्रियता
गौरतलब है कि 2024 के चुनाव में बॉबी दास की मां संध्या रानी दास बीजद टिकट पर कोरई से चुनाव लड़ी थीं, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद से ही बॉबी लगातार स्थानीय आयोजनों में सक्रिय दिख रहे हैं। इससे राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि वे आने वाले पंचायत चुनावों और 2029 के आम चुनावों के लिए आधार मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं।