-
अपराध शाखा डीजीपी करेंगे जांच की निगरानी
-
मुख्य आरोपी दीपक राउत पर शिकंजा और कसा
भुवनेश्वर। महिला ट्रैफिक कांस्टेबल शुभमित्रा की सनसनीखेज हत्या के मामले में बड़ा मोड़ आया है। इस मामले को ‘रेड फ्लैग’ श्रेणी में शामिल कर दिया गया है। साथ ही जांच अब अपराध शाखा (क्राइम ब्रांच) के महानिदेशक की प्रत्यक्ष निगरानी में होगी। इससे मुख्य आरोपी दीपक राउत पर शिकंजा और कस गया है।
अपराध शाखा सूत्रों ने पुष्टि की है कि अब तक राजधानी थाना और खुंटुनी थाना पुलिस द्वारा जुटाए गए सभी साक्ष्य और इनपुट की दोबारा गहन जांच की जाएगी। साथ ही अपराध शाखा, पुलिस आयुक्तालय को जांच में हर संभव सहयोग प्रदान करेगी।
पहली पत्नी की मौत भी जांच के दायरे में
महत्वपूर्ण बात यह है कि अपराध शाखा ने आरोपी दीपक राउत की पहली पत्नी अपर्णा की संदिग्ध मौत को भी शुभमित्रा हत्याकांड से जोड़कर व्यापक और उच्च स्तरीय जांच करने का निर्णय लिया है।
गौरतलब है कि शुभमित्रा 6 सितम्बर से लापता थी और 17 सितम्बर को उसका सड़ा-गला शव केंदुझर जिले से बरामद हुआ। बढ़ते जनाक्रोश को देखते हुए अब इस मामले को विशेष निगरानी में रखा गया है। महिला एवं बाल अपराध इकाई भी इस जांच की निगरानी करेगी।