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भुवनेश्वर में बीमा राशि के लिए लापता महिला कांस्टेबल की हत्या

  •     आरोपी पति ने किया कबूल किया अपराध

  •     घोंटकर मारने के बाद शव को केंदुझर जिले के जंगल में फेंका

भुवनेश्वर। भुवनेश्वर की ट्रैफिक महिला कांस्टेबल शुभमित्रा साहू की गुमशुदगी मामले ने सनसनीखेज मोड़ ले लिया है। पुलिस ने खुलासा किया कि उनकी हत्या उसके पति दीपक राउत ने की थी। वह ट्विन सिटी पुलिस कमिश्नरेट कार्यालय में क्लर्क के पद पर तैनात है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक दीपक ने 6 सितंबर को शुभमित्रा की गला घोंटकर हत्या की और उसके बाद शव को केंदुझर जिले के जंगल में फेंक दिया।

राजभवन चौक के पास हुई हत्या

पुलिस जांच में सामने आया कि हत्या राजभवन चौक के पास हुई थी, जो ओडिशा के उपमुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास के नजदीक है। गला दबाने के बाद दीपक उसे एक नजदीकी डिस्पेंसरी लेकर गया, जहां उसकी हालत गंभीर बताई गई और बाद में उसकी मौत हो गई। इसके बाद दीपक ने शव को बैग में डालकर केंदुझर के घटगांव इलाके में जंगल के बीच दफना दिया।

बीते सप्ताहांत केंदुझर से एक महिला का शव बरामद होने पर शक गहराया और जांच की दिशा बदल गई। अब वैज्ञानिक टीम और कमिश्नरेट पुलिस सबूत इकट्ठा कर रही है।

मिट्टी खोदकर निकाला गया शव

पुलिस ने बुधवार को केंदुझर जिले के घाटागांव के जंगलों से महिला कांस्टेबल शुभमित्र साहू का शव खोदकर निकाला। एक मजिस्ट्रेट की निगरानी में किए गए इस खोजी अभियान से पता चला कि पीड़िता के शव को एक बोरे में भरकर जमीन के नीचे गहराई में दबा दिया गया था। दीपक जांचकर्ताओं को जंगल में ठीक उसी जगह ले गया जहां उसने शव को ठिकाने लगाया था। इसके बाद एक जेसीबी मशीन की मदद से मिट्टी खोदी गई और अवशेषों को प्रकाश में लाया गया।

पुलिसिया ज्ञान पर रची साजिश

जांचकर्ताओं का मानना है कि एक पुलिस अधिकारी के रूप में उसके प्रशिक्षण और ज्ञान ने उसे पकड़े जाने से बचने के इरादे से सावधानीपूर्वक योजना बनाने और अपराध को अंजाम देने में सक्षम बनाया। हालांकि, उसकी सोची-समझी चालें अंततः विफल रहीं और वह उसी पुलिस जाल में फंस गया जिसमें वह कभी काम करता था। इधर, कमिश्नरेट पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जांच को तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाया जाएगा और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाएगा।

बीमा राशि और पैसों का लेनदेन बना मकसद

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दीपक ने शुभमित्रा से कोर्ट मैरिज की थी और उसके नाम से बीमा पॉलिसी भी कराई थी। उस पर आरोप है कि उसने बीमा राशि पाने और उससे पहले विवाह के दौरान दिए गए लगभग 20 लाख रुपये वापस पाने के लिए इस हत्या की साजिश रची।

पहली पत्नी की मौत के बाद 1 करोड़ का बीमा क्लेम मिला

जांच में यह भी सामने आया है कि दीपक की पहली पत्नी की मौत एक सड़क हादसे में हुई थी और उस हादसे के बाद उसे करीब 1 करोड़ रुपये का बीमा क्लेम मिला था। अब पुलिस को संदेह है कि पहली पत्नी की मौत भी किसी साजिश का हिस्सा हो सकती है।

सीसीटीवी और टोलगेट फुटेज से मिला सुराग

हत्या के बाद भी दीपक ने सिर्फ दो दिन का अंतराल लिया और फिर ड्यूटी पर लौट आया। लेकिन पुलिस को मिले सीसीटीवी और टोलगेट फुटेज ने उसके झूठ का पर्दाफाश कर दिया। फुटेज में वह शुभमित्रा को अपनी कार में लेकर केंदुझर की ओर जाते हुए देखा गया। यही वाहन इस पूरे मामले में अहम सुराग साबित हुआ। पुलिस ने दीपक को हिरासत में लेने के बाद उससे पूछताछ की तो उसने अपराध स्वीकार कर लिया। इस दौरान दो अन्य संदिग्धों को भी पकड़ा गया है, जिन पर शव को ले जाने और दफनाने में मदद करने का आरोप है।

पहली पत्नी की मौत भी जांच के दायरे में

यह मामला अब केवल महिला कांस्टेबल की हत्या तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि दीपक राउत के आपराधिक अतीत और उसकी पहली पत्नी की संदिग्ध मौत की गुत्थी को भी सुलझाने की दिशा में पुलिस गंभीरता से जांच कर रही है।

विवाद के बाद की हत्या

पुलिस सूत्रों के अनुसार, दीपक और शुभमित्रा के बीच विवाद हुआ, जिसके बाद दीपक ने उसका गला घोंटकर हत्या कर दी। पूछताछ में दीपक ने यह भी स्वीकार किया कि शुभमित्रा की मौत पैसों के विवाद से जुड़ी थी। सूत्रों का दावा है कि मामला 20 लाख रुपये के लेनदेन से संबंधित है।

पिता की शिकायत से खुला राज

शुभमित्रा 6 सितंबर को सूर्यनगर इलाके में ड्यूटी पूरी करने के बाद घर नहीं लौटी थीं। उस रात उनकी मां ने राजधानी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बाद में शुभमित्रा के पिता ने भी औपचारिक शिकायत दर्ज कराते हुए दीपक राउत पर संदेह जताया और पुलिस से उसे पूछताछ के घेरे में लाने की मांग की।

इनाम घोषित करने के बाद भी हाथ खाली थी पुलिस

लगातार तलाशी अभियान और पूछताछ के बावजूद पुलिस को कोई ठोस सुराग नहीं मिल रहा था। इसके बाद कमिश्नरेट पुलिस ने शुभमित्रा की तस्वीर सोशल मीडिया पर जारी की और उनकी जानकारी देने वाले को 25,000 रुपये का नकद इनाम घोषित किया। हालांकि, सुराग तभी मिला जब सीसीटीवी फुटेज और टोलगेट रिकॉर्ड ने दीपक और शुभमित्रा को एक साथ कार में यात्रा करते हुए दिखाया।

हत्या की पूरी परिस्थितियों की जांच शुरू

फिलहाल पुलिस शव की बरामदगी और हत्या की पूरी परिस्थितियों की जांच में जुटी है। दीपक के पहले के पारिवारिक और वित्तीय संबंधों की भी गहन जांच की जा रही है। सूत्रों के अनुसार, पुलिस अब दीपक के खिलाफ हत्या और सबूत मिटाने के आरोपों में मामला दर्ज करने की तैयारी कर रही है।

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