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प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर चलेगा ऐतिहासिक अभियान
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बच्चे बनेंगे ‘ग्रीन एंबेसडर’, ओडिशा रचेगा नया कीर्तिमान
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मोदी के 75वें जन्मदिन पर ओडिशा में लगेगा 75 लाख पौधों का जंगल
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15 लाख छात्र व 2 लाख शिक्षक करेंगे नेतृत्व
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‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’ अभियान बनेगा हरित क्रांति का नया प्रतीक
भुवनेश्वर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 75वें जन्मदिन पर ओडिशा एक अनोखा हरित संदेश देने जा रहा है। ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ अभियान के तहत 15 लाख छात्र और 2 लाख शिक्षक मिलकर एक ही दिन में 75 लाख पौधे रोपकर बच्चों को ‘ग्रीन एंबेसडर’ बनाएंगे और प्रदेश को हरित क्रांति की नई पहचान देंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 75वें जन्मदिन पर 17 सितम्बर को ओडिशा एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाने की तैयारी कर रहा है। इस अवसर पर पूरे राज्य में एक ही दिन 75 लाख पौधे लगाए जाएंगे। यह पहल न केवल संख्या के लिहाज़ से असाधारण है, बल्कि इसमें 15 लाख छात्रों और 2 लाख शिक्षकों की भागीदारी इसे देश के सबसे बड़े छात्र-आधारित पौधरोपण अभियान में बदल देगी।
सुबह 5 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगा अभियान
यह महाअभियान सुबह 5 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगा। पौधारोपण के लिए राज्यभर में 37,000 स्थान चिह्नित किए गए हैं, जिनमें पंचायत स्तर और स्कूल स्तर पर समन्वय किया जाएगा। पौधे लगाने की तस्वीरें ‘मेरी लाइफ’ पोर्टल पर अपलोड की जाएंगी। इसके लिए शिक्षकों और छात्रों को पहले से प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसकी प्रक्रिया 11 सितम्बर से शुरू होगी।
छात्रों की अगुवाई में ‘हरित क्रांति’
उच्च स्तरीय तैयारी बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव (वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन) सत्यब्रत साहू ने कहा कि यह अभियान प्रधानमंत्री के जन्मदिन को विशेष बनाने के साथ-साथ ओडिशा में एक नई हरित क्रांति की नींव डालेगा।
उन्होंने कहा कि छात्र हरित चेतना के वाहक हैं। उनकी ऊर्जा और सामूहिक शक्ति से यह विशाल पौधरोपण अभियान सफल होगा और लंबे समय तक चलने वाला जनआंदोलन बनेगा। इससे ओडिशा हरित, सुरक्षित और स्वस्थ राज्य की दिशा में आगे बढ़ेगा।
पौधरोपण और पर्यावरण संरक्षण पर होंगी प्रतियोगिताएं
इस मौके पर स्कूल स्तर पर पौधरोपण और पर्यावरण संरक्षण विषय पर प्रतियोगिताएं भी कराई जाएंगी। विजेताओं को सम्मानित करने की तैयारी 17 सितम्बर को ही की गई है।
पौधों की देखभाल की जिम्मेदारी छात्रों पर
कृषि और किसान सशक्तिकरण विभाग के प्रमुख सचिव डॉ अरविंद पाढ़ी ने कहा कि पौधा लगाना ही पर्याप्त नहीं है। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे लगाए गए पौधों को अपनी व्यक्तिगत जिम्मेदारी मानें और उनकी सिंचाई, सुरक्षा और पोषण का दायित्व उठाएं। बागवानी विभाग द्वारा मुफ्त में स्थानीय फलदार पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे और उनकी देखरेख की योजना अगले तीन वर्षों तक बनाई गई है।
पंचायत स्तर पर समन्वय
स्कूल एवं जन शिक्षा विभाग की आयुक्त-सचिव शालिनी पंडित ने बताया कि समुदाय विकास अधिकारी स्कूलों के साथ मिलकर पौधरोपण स्थलों का निर्धारण करेंगे। वहीं पंचायती राज एवं पेयजल विभाग के सचिव गिरीश एसएन ने कहा कि सभी स्थलों पर बैनर लगाए जाएंगे ताकि अभियान का संदेश व्यापक स्तर तक पहुंचे।
‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ अभियान के तहत आयोजन
यह आयोजन राष्ट्रीय अभियान ‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’ के तहत किया जा रहा है। अभियान की रूपरेखा की विस्तृत प्रस्तुति कम्पा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जी राजेश ने दी। बैठक में अनन्या दास (राज्य परियोजना निदेशक, ओएसईपीए) और केएस प्रदीप (निदेशक, पर्यावरण) सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने सुझाव दिए। सभी जिलों के शिक्षा अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जुड़े और तैयारियों का ब्यौरा साझा किया।
हरित दूत बनेंगे लाखों छात्र
17 सितम्बर को होने वाला यह पौधरोपण अभियान ओडिशा में पर्यावरण संरक्षण और जनभागीदारी का एक ऐतिहासिक मील का पत्थर बनने जा रहा है। लाखों छात्र इसमें ‘ग्रीन एंबेसडर’ की भूमिका निभाएंगे और राज्य को एक हरित भविष्य की ओर ले जाएंगे।