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समुद्री आतंकी खतरे से निपटने की तैयारियों की होगी परीक्षा
भुवनेश्वर। ओडिशा और पश्चिम बंगाल तट पर दो दिवसीय संयुक्त तटीय सुरक्षा अभ्यास ‘सागर कवच-2’ शुरू हो चुका है। इस बड़े पैमाने के अभ्यास में भारतीय नौसेना, तटरक्षक बल, मरीन पुलिस, सीआईएसएफ, वन विभाग, मत्स्य विभाग, कस्टम्स, जिला प्रशासन, पारादीप पोर्ट प्राधिकरण और औद्योगिक प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधि शामिल हैं।
26/11 मुंबई आतंकी हमले के बाद इस अभ्यास की शुरुआत की गई थी, जो साल में दो बार आयोजित होता है, ताकि तटीय सुरक्षा ढांचे को मजबूत किया जा सके।
रेड और ब्लू टीम का अभ्यास
अभ्यास में शामिल बलों को दो टीमों में बांटा गया है। रेड टीम आतंकियों के रूप में तटीय सुरक्षा तोड़कर जलमार्ग से घुसपैठ करने, शहरी व ग्रामीण इलाकों में घुलने-मिलने और संवेदनशील जगहों पर नकली विस्फोटक लगाने की कोशिश कर रही है। ब्लू टीम गश्त और निगरानी बढ़ाकर इन प्रयासों को नाकाम करने की रणनीति पर काम कर रही है।
मछुआरों को किया गया जागरूक
अभ्यास से पहले पारादीप और आसपास के क्षेत्रों के मछुआरों को पिछले चार दिनों में जागरूक किया गया। उन्हें समुद्र में जाते समय पहचान पत्र और ट्रॉलर पंजीकरण दस्तावेज रखने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना सुरक्षा बलों को देने की सलाह दी गई।
सुरक्षा ढांचे की मजबूती पर फोकस
अधिकारियों के मुताबिक, इस अभ्यास का उद्देश्य सुरक्षा में संभावित खामियों को उजागर करना, विभिन्न एजेंसियों के बीच तालमेल परखना और त्वरित प्रतिक्रिया तंत्र को मजबूत करना है। घुसपैठ व शहरी छिपाव की रणनीतियों की नकल करके यह अभ्यास पूर्वी तट की सुरक्षा तैयारियों को और मजबूत करेगा।
अभ्यास बुधवार तक जारी रहेगा और इसके बाद सभी भागीदार एजेंसियां अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगी, जिससे देश के तटीय सुरक्षा ढांचे को और बेहतर बनाया जा सके।