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क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और विकास के लिए राज्य व केंद्र सरकार से जल्द कदम उठाने की अपील
ब्रह्मपुर। गंजाम में लंबे समय से लंबित ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट की मांग एक बार फिर जोर पकड़ रही है। स्थानीय लोग और नेता राज्य तथा केंद्र सरकार से इस परियोजना को तेजी से आगे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। वर्षों की चर्चा और प्रस्तावों के बावजूद अभी तक हवाई अड्डे के लिए कोई उपयुक्त स्थान तय नहीं हो सका है।
ओडिशा-आंध्र सीमा से मात्र 30 किमी दूर आंध्र प्रदेश के बरुवा में केंद्र सरकार ने ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के लिए जमीन चिह्नित कर ली है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ओडिशा के परिवहन मंत्री ने राज्य सीमा के नजदीक सुबनी गांव में हवाई अड्डा स्थापित करने का प्रस्ताव रखा है। उनका कहना है कि यह एयरपोर्ट ओडिशा और आंध्र, दोनों राज्यों के लोगों को फायदा पहुंचाएगा और क्षेत्रीय विकास को गति देगा।
स्थानीय लोगों में मतभेद
जहां कुछ लोग जिले के केंद्रीय हिस्से में एयरपोर्ट बनाने की वकालत कर रहे हैं, ताकि अधिक क्षेत्रों तक पहुंच आसान हो सके, वहीं अन्य का मानना है कि सीमा के पास सुबनी में एयरपोर्ट बनने से व्यापक क्षेत्रीय लाभ मिलेगा।
एक स्थानीय निवासी ने कहा कि ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट गंजाम जिले की आवश्यकता है। विकास हवाई अड्डे के बिना संभव नहीं। सरकार चाहे तो लक्ष्मीपुर मौजा के पास 500 एकड़ और रिगड़ी जंक्शन के पास 500-600 एकड़ जमीन पर एयरपोर्ट बना सकती है। हम मांग करते हैं कि हर हाल में गंजाम में एयरपोर्ट का काम शुरू किया जाए।
रेंगेइलुंडा एयरस्ट्रिप अधूरी
उधर, रेंगेइलुंडा एयरस्ट्रिप जो 2024 में उदान योजना के तहत 17-सीटर विमान से आंशिक रूप से शुरू हुई थी, रनवे संबंधी समस्याओं के कारण बंद पड़ी है। वर्तमान में 27 एकड़ भूमि पर बने इस एयरस्ट्रिप को पूरी तरह से कार्यशील बनाने के लिए 56 एकड़ अतिरिक्त भूमि की आवश्यकता है, जिसमें से 40 एकड़ सरकारी और शेष निजी भूमि है।
दक्षिणी राजस्व आयुक्त के अनुसार, रनवे विस्तार, अंडरग्राउंड केबलिंग और यात्री सुविधाओं पर काम चल रहा है, ताकि जनवरी तक एयरस्ट्रिप को पूरी तरह चालू किया जा सके।