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रोमानिया, स्लोवेनिया और माल्टा के राजदूतों ने राज्य के विकास की सराहना की
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2000 और 2001 बैच के आईएफएस अधिकारियों ने मुख्यमंत्री से की मुलाकात
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यूरोपीय देशों से संबंध मजबूत करने को तत्पर ओडिशा : मुख्यमंत्री
भुवनेश्वर। महज लगभग डेढ़ साल पुरानी मोहन चरण माझी की सरकार के विकास का डंका विदेशों में बजने लगा है और राज्य की विकास गति को सराहा जाने लगा है। रोमानिया, स्लोवेनिया और माल्टा के राजदूतों ने राज्य के विकास की सराहना की है।
भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के 2000 और 2001 बैच के अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज लोक सेवा भवन में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से भेंट की।
प्रतिनिधिमंडल में भारत के रोमानिया में राजदूत डॉ मनोज कुमार महापात्र, स्लोवेनिया गणराज्य में भारत के राजदूत अमित नारंग तथा माल्टा गणराज्य में भारत की उच्चायुक्त ग्लोरिया गांगटे शामिल रहीं।
बैठक वैश्विक कूटनीति पर भी चर्चा
बैठक के दौरान अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के साथ शासन, ओडिशा में विकास पहलों और भारत की वैश्विक कूटनीति पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राष्ट्र सेवा में उनके योगदान के लिए शुभकामनाएं दीं और विदेशों में भारत का प्रतिनिधित्व करने में उनके कार्यों की सराहना की।
उत्कृष्ट कार्यों के लिए सीएम को दी बधाई
राजनयिकों ने मुख्यमंत्री को पिछले एक वर्ष में राज्य के उत्कृष्ट कार्यों के लिए बधाई दी और उन्हें जनता के मुख्यमंत्री की संज्ञा मिलने पर गौरव व्यक्त किया। उन्होंने इस वर्ष भुवनेश्वर में आयोजित प्रवासी भारतीय दिवस के सफल आयोजन की भी प्रशंसा की, जिसने वैश्विक भारतीयों, विशेषकर ओड़िया समुदाय को राज्य से और गहराई से जोड़ने का अवसर दिया।
यूरोपीय देशों में ओडिशा के युवाओं के लिए पर्याप्त अवसर
प्रतिनिधियों ने यूरोपीय देशों में कुशल युवाओं की बढ़ती मांग पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ओडिशा के युवाओं के लिए पर्याप्त अवसर उपलब्ध हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओडिशा युवाओं को कौशल विकास पहलों के माध्यम से तैयार करने के लिए सक्रिय कदम उठा रहा है। ‘स्किल्ड इन ओडिशा’ पहल आज एक वैश्विक ब्रांड बन चुकी है और राज्य के युवाओं का भविष्य उज्ज्वल है। उन्होंने आश्वस्त किया कि ओडिशा यूरोपीय देशों में अपने महत्वाकांक्षी युवाओं के लिए बेहतर अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य करेगा।
सांस्कृतिक धरोहर और हस्तशिल्प को बढ़ावा दें
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ओडिशा की सांस्कृतिक धरोहर और हस्तशिल्प को यूरोपीय देशों में बढ़ावा देने से राज्य को अधिक गौरव और वैश्विक पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा कि यूरोपीय देशों से संबंध मजबूत करने को ओडिशा तत्पर है। बैठक के दौरान मुख्य सचिव मनोज आहुजा तथा मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रधान सचिव शाश्वत मिश्र भी उपस्थित थे।