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बांकिझोला गांव के लोग रस्सी के सहारे कर रहे हैं आवागमन
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तीन गांवों की बड़ी आबादी प्रभावित
गजपति। जिले के मोहना ब्लॉक के चांदिपुट पंचायत अंतर्गत बांकिझोला गांव के लोग बाढ़ग्रस्त नदी पार करने के लिए रोज़ाना अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। पुल या पक्के रास्ते के अभाव में ग्रामीण रस्सियों के सहारे उफनती नदी पार करने को मजबूर हैं।
बांकिझोला के अलावा चड़ियापड़ा और जकरापल्ली गांव के लोग भी बरसात के दिनों में इसी खतरनाक रास्ते से गुजर रहे हैं। स्कूल, कॉलेज, पंचायत कार्यालय, स्वास्थ्य केंद्र और बाज़ार जाने के लिए ग्रामीणों के पास यही एकमात्र विकल्प है।
जिला प्रशासन ने मांगी रिपोर्ट
लगातार खतरे को देखते हुए गजपति की जिलाधिकारी मधुमिता ने ग्रामीण विकास विभाग और स्थानीय बीडीओ से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा कि यदि पुल नहीं है तो वैकल्पिक व्यवस्था जैसे नया पुल बनाने के लिए विभाग से आकलन रिपोर्ट मंगाई जाएगी।
पहले भी सामने आई थी जज्बे की मिसाल
उल्लेखनीय है कि इससे पहले 27 जुलाई को केंदुझर जिले के बांसपाल ब्लॉक की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता करिश्मा नायक ने अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए उफनती नदी पार कर केंद्र पहुंचकर सेवा दी थी, जिसकी चर्चा पूरे क्षेत्र में हुई थी।
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