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स्पाई कैमरे से लेकर ड्रोन तक का हो रहा है प्रयोग
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नो फ्लाइंज जोन के बाद ड्रोन मंडराता देखा गया
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बाजार चौक से उड़ान भरने की आशंका
पुरी। 12वीं शताब्दी के श्रीजगन्नाथ मंदिर की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। पुरी श्रीमंदिर की सुरक्षा में सेंधमारी के प्रयास तेज हो रहे हैं। स्पाई कैमरे से लेकर ड्रोन तक का प्रयोग हो रहा है।
बीते बुधवार को कोलकाता से आए एक श्रद्धालु को चश्मे में छिपे कैमरे के साथ पकड़ा गया था। इसके कुछ ही घंटे बाद देर रात मंदिर परिसर के ऊपर एक ड्रोन मंडराता देखा गया, जबकि यह क्षेत्र ‘नो-फ्लाइंग जोन’ घोषित है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ड्रोन सबसे पहले मार्केट चौक क्षेत्र से उड़ान भरता दिखा और मंदिर के ऊपर मंडराने के बाद डोलमंडप साही की ओर बढ़ गया। आशंका है कि इसे मार्केट चौक से संचालित किया गया होगा, लेकिन अभी तक इसका स्रोत और संचालक पता नहीं चल पाया है।
सुरक्षा में गंभीर चूक
लगातार हो रही इन घटनाओं ने मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की गतिविधियां न केवल श्रद्धालुओं की सुरक्षा को खतरे में डालती हैं बल्कि मंदिर की गरिमा और ऐतिहासिक धरोहर की सुरक्षा पर भी आंच लाती हैं। पुलिस ने अब तक ड्रोन प्रकरण पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों पर दबाव बढ़ गया है कि तुरंत खामियों को दूर किया जाए।
हाल की घटनाओं की सूची
– 27 अगस्त: कोलकाता का एक श्रद्धालु चश्मे में छिपा कैमरा लेकर पकड़ा गया।
– 5 अगस्त: पश्चिम बंगाल का एक युवक इसी तरह कैमरे वाले चश्मे के साथ पकड़ा गया।
– 4 अगस्त: गुजरात से आए युवक को छिपे कैमरे वाले चश्मे के साथ मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश करते पकड़ा गया।
– 29 जुलाई: पुरी का ही एक युवक मंदिर के अंदर गुप्त कैमरे से वीडियो रिकॉर्डिंग करने की कोशिश में पकड़ा गया। इन लगातार घटनाओं से स्पष्ट है कि श्रीमंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करने की आवश्यकता है।