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गीता मेहता की वीके पांडियन को लेकर चिंता नई किताब में उजागर

  •     इलाज के दौरान जताई थी आशंका, बीजद में हलचल तेज

  •     नवीन पटनायक की बहन की टिप्पणी से उठे नए सवाल

  •    पांडियन-सुजाता की भूमिका पर आंतरिक असंतोष बढ़ा

भुवनेश्वर। वरिष्ठ पत्रकार रूबेन बनर्जी की नई किताब ने ओडिशा की राजनीति में नया भूचाल ला दिया है। इसमें दावा किया गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक की दिवंगत बहन गीता मेहता ने जीवन के अंतिम दिनों में वीके पांडियन के प्रभाव को लेकर गंभीर चिंता जताई थी।

किताब के अनुसार, सितंबर 2023 में इलाज के दौरान गीता मेहता ने अपने एक करीबी सहयोगी से कहा था कि क्या पांडियन नवीन पटनायक को गलत दिशा में ले जा रहे हैं। यह टिप्पणी उन्होंने अपनी मृत्यु से कुछ दिन पहले की थी। हालांकि इस पर न तो पांडियन और न ही बीजद ने अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया दी है।

बीजद में बढ़ती असहमति

बीजद के भीतर पांडियन और उनकी पत्नी सुजाता आर. कार्तिकेयन की भूमिका को लेकर लंबे समय से चर्चा जारी है। चुनावी हार के बाद यह असंतोष और तेज हुआ है। पार्टी के कुछ नेताओं का मानना है कि नवीन पटनायक के अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान दंपत्ति का रवैया ठीक नहीं था।

हाल ही में शंख भवन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें सुजाता के साथ कई वरिष्ठ बीजद नेता दिखाई दिए। इस पर पार्टी प्रवक्ता लेनिन मोहंती ने बिना नाम लिये तीखा हमला बोला। वहीं सांसद देवाशीष सामंतराय और रणेंद्र प्रताप स्वाईं पहले भी अप्रत्यक्ष रूप से चिंता जता चुके हैं।

सुजाता की सक्रियता पर सवाल

बीजद विधायक प्रदीप दिशारी ने कहा है कि सुजाता ने कभी भी पार्टी के किसी औपचारिक मंच पर भाग नहीं लिया, बावजूद इसके उनकी सक्रियता पर सवाल उठ रहे हैं।

राजनीतिक विश्लेषकों की राय

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि गीता मेहता को आशंका थी कि पांडियन नवीन को गुमराह कर रहे हैं। मौजूदा परिस्थितियों और पार्टी के अंदरूनी हालात में यह सवाल और भी अहम हो गया है। वरिष्ठ नेता भी इस पर सहज नहीं दिख रहे। इस खुलासे के बाद बीजद के भीतर उठापटक और तेज होने की संभावना जताई जा रही है।

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