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अब आठगढ़ के विधायक रणेन्द्र स्वाईं ने वीके पांडियन पर साधा निशाना
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नवीन पटनायक की तबीयत खराब होने के बाद तीखी प्रतिक्रिया देने वाले दूसरे नेता
भुवनेश्वर। बीजू जनता दल (बीजद) में अंदरूनी मतभेद गहराते नजर आ रहे हैं। वरिष्ठ विधायक रणेन्द्र प्रताप स्वाईं ने रविवार को आठगढ़ में एक जनसभा के दौरान पार्टी के प्रभावशाली नेता वीके पांडियन पर परोक्ष रूप से कटाक्ष किया।
सभा को संबोधित करते हुए स्वाईं ने हाल ही में पांडियन द्वारा दिए गए बयान कि मैं गिरा हूं, लेकिन हारा नहीं का अप्रत्यक्ष उल्लेख किया। हालांकि उन्होंने पांडियन का नाम नहीं लिया, मगर मुस्कान और तंज भरे लहजे के साथ कहा गया यह बयान पार्टी कार्यकर्ताओं और राजनीतिक पर्यवेक्षकों की नजरों से बच नहीं सका।
अपने भाषण में स्वाईं ने लोकतंत्र की परिभाषा पर जोर देते हुए सवाल उठाया कि क्या किसी निर्वाचित प्रतिनिधि की भूमिका सिर्फ वोट मांगने तक ही सीमित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र जनता का आंदोलन है और गरीबों के कल्याण के लिए है। सिर्फ विधायक होना काफी नहीं है, सिर्फ वोट मांगना पर्याप्त नहीं है। कुछ लोग कहते हैं कि वे गिरे हैं पर हारे नहीं, लेकिन सवाल यह है कि क्या वे जनता की सेवा कर रहे हैं?
सामंतराय के हमले के बाद बढ़ी बेचैनी
स्वाईं की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है, जब एक दिन पहले ही बीजद के राज्यसभा सांसद देवाशीष सामंतराय ने भी वीके पांडियन पर सीधा हमला बोला था। एक साक्षात्कार में सामंतराय ने आरोप लगाया कि पांडियन ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की तबीयत को लेकर गंभीर गलती की और पार्टी कार्यकर्ताओं तथा जनता को अंधेरे में रखा। उन्होंने यहां तक कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान नवीन पटनायक व्यावहारिक रूप से नजरबंद थे। इस आरोप ने पार्टी के भीतर असहजता और राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर दी है।
पार्टी में असामान्य दरार
वरिष्ठ विधायक और मौजूदा सांसद द्वारा पांडियन को लेकर लगातार उठाए जा रहे सवाल बीजद के लिए एक असामान्य स्थिति माने जा रहे हैं। अब तक पार्टी को हमेशा मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की केंद्रीकृत नेतृत्व शैली के लिए जाना जाता रहा है, लेकिन इन बयानों ने संगठन में बढ़ती बेचैनी और असंतोष के संकेत साफ कर दिए हैं।