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गांवों में पानी घुसा, आवाजाही बाधित, प्रशासन सतर्क
भुवनेश्वर। लगातार तीन दिनों से हो रही मूसलधार बारिश ने सुंदरगढ़ और केंदुझर जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। सुंदरगढ़ जिले के हेमगिरी और लेफरीपाड़ा ब्लॉकों के कई गांव जलमग्न हो गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है और लोग भारी परेशानी में हैं।
लेफरीपाड़ा ब्लॉक के दर्लीपाली गांव की सड़क पानी में डूब गई है, जबकि हेमगिरी ब्लॉक में मनोहरपुर–सरबहल मार्ग बारिश से बह गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि एनटीपीसी दर्लीपाली थर्मल पावर प्लांट के कारण जलनिकासी और बिगड़ गई है। घुटने भर पानी सड़क, घरों और दुकानों तक घुस गया है और दर्लीपाली पुल पर भी बह रहा है।
डिब्रीमल गांव में कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। सरपंच की मदद से शुक्रवार रात को कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया। निचले क्षेत्रों में पानी पूरी तरह भर गया है और अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि तेज बहाव में लोगों का बह जाना संभव है।
केंदुझर के तेलकोई का संपर्क टूटा
केंदुझर जिले के तेलकोई क्षेत्र में भी शुक्रवार को 103 मिमी बारिश दर्ज की गई। समकोई नदी तीन फीट ऊपर बहने लगी और पुल पर पानी आ जाने से तेलकोई ब्लॉक मुख्यालय का 10 पंचायतों से संपर्क टूट गया।
तेलकोई से तालचेर, ढेंकानाल, कटक और भुवनेश्वर की ओर यातायात बाधित हो गया। पितानाली गांव के पास एक और पुल पानी में डूब गया। आदर्श विद्यालय समेत कई क्षेत्र पूरी तरह कट गए।
बाद में जब पानी का स्तर थोड़ा घटा तो बस और एंबुलेंस की आवाजाही आंशिक रूप से शुरू हुई। अतिरिक्त तहसीलदार और पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद रहे और लोगों को नदी पार न करने की चेतावनी देते रहे।
प्रशासन की कड़ी निगरानी
दोनों जिलों में प्रशासन ने संवेदनशील जगहों पर अधिकारियों को तैनात कर हालात पर नजर रखी है। अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है कि किसी भी अप्रिय घटना से बचाव के लिए सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं। भारी बारिश, उफनती नदियां और डूबी सड़कें एक बार फिर मानसून में अवसंरचना की कमजोरियों को उजागर कर रही हैं।