-
आत्मदाह की घटनाओं की पृष्ठभूमि में सत्र रहेगा हंगामेदार
-
माझी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी कांग्रेस
भुवनेश्वर। ओडिशा विधानसभा का मानसून सत्र 18 सितंबर से शुरू होगा। राज्य विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी अनंतिम कैलेंडर से यह जानकारी सामने आई है। बालेश्वर, बरगढ़, केंद्रापड़ा और पुरी जिले के बलांग में महिलाओं व लड़कियों के आत्मदाह की घटनाओं की पृष्ठभूमि में यह सत्र हंगामेदार रहने की संभावना है।
बताया गया है कि मानसून सत्र 18 सितंबर से शुरू होगा और 25 सितंबर तक जारी रहेगा। 21 सितंबर को रविवार होने के कारण एक दिन का अवकाश रहेगा। संसदीय कार्य मंत्री मुकेश महालिंग ने बताया कि 18 से 25 सितंबर के बीच छह आधिकारिक कार्य दिवस, एक गैर-सरकारी कामकाज दिवस और एक गैर-बैठक दिवस होगा। मंत्री ने कहा कि सरकार विपक्ष और उनके मुद्दों का सामना करने के लिए तैयार है। राज्य हित के कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
मुकेश महालिंग ने कहा कि हाल की घटनाओं और महत्त्वपूर्ण विषयों, जैसे कैपिटल रीजन रिंग रोड जिसके लिए भारत सरकार ने लगभग 8,000 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं, ओडिशा के लिए स्वीकृत दो सेमीकंडक्टर निर्माण इकाइयां (लगभग 4,500 करोड़ रुपये), तथा राज्य के लिए स्वीकृत चार जलमार्ग परियोजनाएं और डबल इंजन सरकार की संभावनाएं भी चर्चा में शामिल होंगी।
महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध बनेंगे मुद्दा
विपक्षी कांग्रेस ने महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों के मद्देनजर मोहन चरण माझी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की योजना बनाई है। हालांकि मुख्य विपक्षी पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) ने अब तक कांग्रेस के प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया है, लेकिन पार्टी ने राज्य में महिलाओं के आत्मदाह करने की घटनाओं की न्यायिक जांच की भी मांग की है, जिसमें गंजाम जिले के गोपालपुर में कॉलेज की एक छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म की घटना भी शामिल है। दोनों विपक्षी दलों ने आत्मदाह के सभी मामलों में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।
वोट चोरी से जुड़े मुद्दे भी उठाएगी कांग्रेस
बीजद की मुख्य सचेतक प्रमिला मल्लिक ने कहा कि क्षेत्रीय पार्टी सत्र के दौरान महिला उत्पीड़न, छात्र आत्मदाह की घटनाओं और किसानों की समस्याओं जैसे मुद्दे उठाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्य विपक्षी दल होने के नाते, बीजद पिछले 14 महीनों में सरकार की तथाकथित उपलब्धियों पर भी बयान मांगेगी। कांग्रेस विधायक ताराप्रसाद वाहिनीपति ने कहा कि महिलाओं के आत्मदाह की कई घटनाओं के सामने आने से बने हालात के शांत होने के बाद सरकार विधानसभा सत्र बुलाने पर सहमत हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्र के दौरान ‘वोट चोरी’ से जुड़े मुद्दे भी उठाएगी।