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कहा-रसगुल्ला से लेकर जगन्नाथ धाम तक झूठे दावे कर रही हैं ममता
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बांग्लादेशियों को भी पश्चिम बंगाल का निवासी बताया
भुवनेश्वर। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने मंगलवार को राइजिंग ओडिशा कॉन्क्लेव में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर सीधा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बार-बार सांस्कृतिक और क्षेत्रीय दावे कर ओडिशा की पहचान को चुनौती देती हैं।
माझी ने कहा कि उन्होंने पहले रसगुल्ला को अपना बताया, अब दीघा में जगन्नाथ धाम बना दिया। यहां तक कि बांग्लादेशियों को भी पश्चिम बंगाल का निवासी कहती हैं। सच्चाई जानने वाले लोग इन दावों को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। ओडिशा ने हमेशा बंगाल के लोगों को सुरक्षा और आश्रय दिया है।
‘समृद्ध ओडिशा’ का विजन पेश
मुख्यमंत्री ने ‘डबल इंजन मॉडल’ के तहत राज्य के विकास का खाका पेश किया। उन्होंने गरीबों, महिलाओं, किसानों और युवाओं के लिए सरकार की पहलें गिनाईं।
उन्होंने बताया कि अब तक 28,000 सरकारी नियुक्तियां की जा चुकी हैं, 85,000 पदों पर भर्ती प्रक्रिया जारी है। धान का एमएसपी बढ़ाया गया है, सार्वजनिक सुनवाई हो रही है और उद्योग जगत को उत्कर्ष ओडिशा–मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव तथा ओडिशा टेक्सटाइल कॉन्क्लेव के जरिये गति दी जा रही है।
भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस नीति
भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस नीति दोहराते हुए माझी ने कहा कि सरकार का लक्ष्य मौजूदा उपलब्धियों को मजबूत कर ‘समृद्ध ओडिशा’ का निर्माण करना है।
मंत्रियों और अधिकारियों ने रखे विचार
कॉन्क्लेव में कैबिनेट मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने भी अपनी-अपनी योजनाओं का विस्तार से प्रस्तुतिकरण किया। उद्योग मंत्री संपद स्वाइन ने रोजगार और औद्योगिक संभावनाओं पर जोर दिया। पंचायतीराज मंत्री रवि नारायण नायक ने विकसित गांव–विकसित ओडिशा की रूपरेखा बताई। नगरीय विकास मंत्री कृष्ण चंद्र महापात्र ने शहरी सुविधाओं पर चर्चा की। विधि मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने मंदिर परिक्रमा प्रकल्प की जानकारी दी। कृषि विभाग के प्रमुख सचिव डॉ अरविंद कुमार पाढ़ी ने कृषि को राज्य के विकास इंजन के रूप में रेखांकित किया।