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3,643 गैर-जमानती वारंट तामील
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1,800 से अधिक आबकारी मामले दर्ज
भुवनेश्वर। अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए ओडिशा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन गरुड़ ने राज्यभर में अपराध जगत को हिला कर रख दिया है। लगातार 16 दिनों तक चले विशेष अभियान में पुलिस ने गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) की रिकॉर्ड संख्या तामील करने के साथ ही हथियार, मादक पदार्थ, शराब और नकदी की भारी मात्रा जब्त की।
राज्यव्यापी अभियान के दौरान पुलिस ने कुल 3,643 गैर-जमानती वारंट तामील किए। 1,806 आबकारी मामले दर्ज कर 47,000 लीटर से अधिक अवैध शराब जब्त की गई। इस कार्रवाई में 63 पिस्तौल, 95 जिंदा कारतूस और हथियारों के साथ 1.45 लाख रुपये नकद भी बरामद किए गए।
नशीले पदार्थों से जुड़े मामलों में पुलिस ने 3,030 किलो गांजा और 664 ग्राम ब्राउन शुगर जब्त की। जुआ पर कार्रवाई करते हुए 70 मामले दर्ज किए गए, जिनमें 6.28 लाख रुपये नकद, तीन कार, 52 मोटरसाइकिल और 47 मोबाइल फोन जब्त किए गए। इन मामलों में 406 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
नशे में वाहन चलाने वालों पर भी कार्रवाई
पुलिस ने शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर भी शिकंजा कसा। 163 मामलों में कार्रवाई कर समान संख्या में आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
गंजाम रहा सबसे आगे
गंजाम पुलिस ज़िला इस अभियान में सबसे आगे रहा। यहां 383 गैर-जमानती वारंट तामील किए गए और 11 हथियार जब्त किए गए।
पुलिस का सख्त संदेश
अपराधियों में इस अभियान से दहशत का माहौल है। पुलिस अधिकारियों ने साफ किया है कि कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। एडीजी (कानून व्यवस्था) संजय कुमार ने बताया कि ऑपरेशन गरुड़ की शुरुआत 1 अगस्त को की गई थी। मुख्य उद्देश्य लंबित गैर-जमानती वारंटों को तामील करना था, ताकि अपराधियों को गिरफ्तार किया जा सके। इसके साथ ही अवैध शराब, हथियार तस्करी, जुआ और नशे में वाहन चलाने पर भी विशेष ध्यान दिया गया। पहले इसे एक सप्ताह तक चलाने की योजना थी, लेकिन बाद में इसे एक और सप्ताह तक बढ़ाया गया, जिससे उल्लेखनीय परिणाम मिले। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने कहा कि पिछले 15 दिनों में 3,643 गैर-जमानती वारंट तामील किए गए हैं। 1,806 आबकारी मामले दर्ज हुए और बड़ी मात्रा में शराब व हथियार जब्त किए गए हैं।