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मालकानगिरि की तुलसी पहाड़ियों में अवैध विस्फोट

  • आंध्र प्रदेश की कंपनी पर शक

  • माओवाद प्रभावित क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर चिंता गहराई

मालकानगिरि। मालकानगिरि जिले की तुलसी पहाड़ियों में अवैध विस्फोट की खबरों ने गंभीर चिंता पैदा कर दी है। यह इलाका छत्तीसगढ़ सीमा से सटा हुआ और अब भी माओवादी प्रभाव वाला क्षेत्र माना जाता है।

स्थानीय लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, एक आंध्र प्रदेश की ठेका कंपनी ने सड़क निर्माण के नाम पर बड़े पैमाने पर धमाके किए हैं। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि विस्फोट की अनुमति के लिए कोई आवेदन या लाइसेंस जारी नहीं किया गया था। इसके बावजूद खुलेआम दिनदहाड़े विस्फोटक सामग्री का उपयोग किया गया, जिससे सामग्री की आपूर्ति और प्रशासनिक निगरानी पर सवाल उठे हैं।

सीमा सुरक्षा बल शिविर के पास गतिविधि से चिंता

बताया गया है कि जहां विस्फोट किए गए, वह जगह सीमा सुरक्षा बल के शिविर से मात्र दो किलोमीटर की दूरी पर है। इससे सुरक्षा एजेंसियों की चिंता और बढ़ गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की अवैध गतिविधि न केवल क्षेत्र की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है, बल्कि माओवादी संगठन भी विस्फोटक सामग्री का फायदा उठा सकते हैं।

पहले भी हुई थी छापेमारी

यह पहला मामला नहीं है। कुछ सप्ताह पहले ही प्रदूषण नियंत्रण एवं खनन विभाग की टीम ने इसी स्थान पर छापेमारी की थी, जब अवैध विस्फोट और क्रशर संचालन की शिकायतें मिली थीं। उस समय कंपनी को नोटिस जारी कर कारण बताने को कहा गया था।

लगातार जारी है संदेहास्पद गतिविधि

नोटिस के बावजूद विस्फोट जारी रहने से प्रशासनिक लापरवाही और नियमों की अनदेखी के आरोप फिर से सामने आए हैं। सवाल यह है कि माओवाद प्रभावित और उच्च सुरक्षा वाले इस क्षेत्र में एक निजी कंपनी विस्फोटक सामग्री कैसे ला और जमा कर पा रही है।

अधिकारियों ने साधी चुप्पी

ताजा मामले पर अब तक प्रशासन की ओर से कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया गया था, लेकिन लगातार हो रही इस गतिविधि ने क्षेत्र में असुरक्षा की भावना को और गहरा कर दिया है।

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