भुवनेश्वर । केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने गुरुवार को विभाजन विभीषिका दिवस पर पीड़ितों को नमन किया ।उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि, 14 अगस्त 1947 का दिन हमारे राष्ट्र के इतिहास में गहरी पीड़ा और अपार क्षति का प्रतीक है। इस दिन निजी स्वार्थ, सत्ता की लोलुपता और संकीर्ण मानसिकता ने देश की एकता को तोड़ने का अपराध किया था। यह मानव सभ्यता की सबसे दर्दनाक घटनाओं में से एक थी, जिसमें अनगिनत लोग अपने प्रियजनों, अपने घर और अपनी मिट्टी से बिछड़ गए। यह घाव हमें हमेशा यह याद दिलाता रहेगा कि नफरत और वैमनस्य का अंजाम कितना विनाशकारी होता है। ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ हमें एकता, भाईचारे और करुणा को जीवन का आधार बनाने की प्रेरणा देता है। आज ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ पर मैं उन सभी अमर आत्माओं और विस्थापित परिवारों को नमन करता हूं, जिन्होंने इस त्रासदी का दर्द सहकर भी जीवन में आगे बढ़ने का साहस दिखाया।
