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तेरापंथ आचार्य श्री महाश्रमण जी के कर कमलों से 3 सितम्बर को अहमदाबाद में लेंगे दीक्षा
भुवनेश्वर। छोटी खाटू निवासी और भुवनेश्वर प्रवासी मुमुक्षु मोहक बेताला आगामी माह दीक्षा ग्रहण करेंगे। वे तेरापंथ के एकादशम् अधिशास्ता परम पूज्य आचार्य श्री महाश्रमण जी के कर कमलों से 3 सितम्बर 2025, भाद्रव शुक्ला एकादशी, विक्रम संवत 2082 को प्रेक्षा विश्वभारती, कोबा, अहमदाबाद में दीक्षा लेंगे।
मोहक बेताला, स्वर्गीय मिलाप चन्द जी एवं श्रीमती गुलाब देवी बेताला के प्रपौत्र, श्री प्रकाश चन्द जी एवं श्रीमती विमला बेताला के पौत्र तथा श्री विवेक जी एवं श्रीमती विज्ञा बेताला के सुपुत्र हैं। छोटी खाटू के मूल निवासी होते हुए भी वे लंबे समय से भुवनेश्वर में प्रवासरत हैं।
दीक्षा से पूर्व, भुवनेश्वर तेरापंथ समाज की ओर से 10 अगस्त 2025 को दीक्षार्थी अभिनंदन समारोह का प्रात: 10.15 से तेरापंथ भवन में आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर तेरापंथ महिला मंडल, तेरापंथ युवक परिषद और जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के पदाधिकारी एवं सदस्यों ने सभी समाज के लोगों से उपस्थित रहने के लिए निवेदन किया और कहा कि यह भुवनेश्वर के लिए प्रथम अवसर है जब कोई व्यक्ति अपने समाज से जैन साधु बनने जा रहा है।
कार्यक्रम में मुमुक्षु का अभिनंदन कर उनके भावी संयम जीवन के लिए मंगलकामनाएँ दी जाएंगी।
इस अवसर पर आचार्य श्री महाश्रमण जी की शिष्या समणी निर्देशिका श्री डा. निर्वाण प्रज्ञा जी व समणी श्री मध्यस्थ प्रज्ञा जी का सानिध्य प्राप्त होगा।
तेरापंथ समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि मोहक बेताला का यह निर्णय त्याग, तपस्या, संयम और आत्मशुद्धि का अनुपम उदाहरण है, जो समाज के लिए प्रेरणास्रोत बनेगा। सभी का मानना है कि दीक्षा के बाद उनका जीवन धर्म, करुणा और अहिंसा के संदेश को प्रसारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
समाज के सदस्यों ने आशा व्यक्त की है कि मुमुक्षु मोहक बेताला का संयममय जीवन आने वाली पीढ़ियों को आध्यात्मिक मार्ग पर अग्रसर होने के लिए प्रेरित करेगा।