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पुरीधान में बाहुड़ा यात्रा की नीतियों का समय भी हो गया तय
प्रमोद कुमार प्रुष्टि, पुरी
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार पुरीधाम में महाप्रभु श्रीजगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्र की घरवापसी की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. कोरोना संकट को लेकर शटडाउन के बीच कल पुरी में गुंडिचा मंदिर से महाप्रभु की बाहुड़ा यात्रा निकलेगी. इस दौरान पुरी के सभी प्रवेश द्वार सील रहेंगे.
बाहुड़ा यात्रा को लेकर श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने नीतियों का समय तय कर दिया है. इसके तहत मंगल आरती सुबह चार बजे, मयलम सुबह 4.15 बजे, तड़प लागी और रोस हवन नीति सुबह 4.30 बजे, अवकाश सुबह 5.00 बजे, सूर्य पूजा 5.15 बजे, द्वारपाल पूजा सुबह 5.30 बजे, गोपालबल्लभ व सकाल धूप 5.45 से 6.45 बजे तक, सेनापटा लागी नीति 7.00 बजे से 7.30 बजे तक, बाहुड़ा पहंडी 8.00 बजे से 10.00 बजे तक, छेरा पहंरा, 10.30 बजे से 11.30 बजे तक, चार माला सुबह 11 बजे तथा घरवापसी के लिए रथों को खींचने का समय दोपहर 12.00 बजे तय किया गया है.
कोरोना संकट को देखते हुए पुरी जिले में 30 जून की रात्रि 10 बजे से दो जुलाई रात 10 बजे तक शटडाउन रहेगा. इस दौरान जिले के सभी प्रवेश द्वार सील रहेंगे. बाहरी इलाकों से पुरी जिले में प्रवेश निषेध होगा. साथ ही शटडाउन के दौरान पुरी के लोगों से घरों में रहने की अपील की गयी है, ताकि कोरोना महामारी के संकट में महाप्रभु श्री जगन्नाथ की बाहुड़ा यात्रा की नीति सुरक्षित तरीके संपन्न करायी जा सके. महाप्रभु की रथयात्रा भी शटडाउन के बीच निकली थी. बाहुड़ा यात्रा में शामिल होने वाले सुरक्षाकर्मी और सेवायतों की कोविद जांच करायी जा चुकी है.
बाहुड़ा यात्रा के बाद दो जुलाई को महाप्रभु श्री जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा सोना वेश में दर्शन देंगे. तीन को अधरपणा और चार को नीलाद्रीबिजे की नीतियां आयोजित होंगी. इस दौरान पुरी में आवश्यक सेवाओं को छोड़कर कोई वाहन नहीं चल पायेंगे. टाउन के सभी लोगों से सहयोग की अपील की गयी है. बड़दांड में सभी व्यवसायिक संस्थान और दुकानें बंद रहेंगी. बाहुडा यात्रा को सुचारु रुप से संपन्न कराने के लिए 70 प्लाटुन फोर्स व चार सौ अधिकारियों को तैनात किया गया है. शहर की सभी गलियों में पुलिस की पहरेदारी शुरू हो गई है. वरिष्ठ अधिकारी अतिरिक्त डीजीपी सौमेंद्र प्रियदर्शी पूरी स्थिति पर नजर रख रहे हैं.