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खनन क्षेत्र की जीवनरेखा पर रुकी यातायात, लोगों में दहशत
राउरकेला। ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में कोइड़ा-चुनाघाटी मार्ग पर रविवार को हुए भूस्खलन से नेशनल हाईवे-520 पूरी तरह जाम हो गया। यह मार्ग खनन गतिविधियों की जीवनरेखा माना जाता है, लेकिन लगातार बारिश के कारण पहाड़ी से भारी चट्टानें, मिट्टी और पेड़ सड़कों पर आ गिरे। इससे कोइड़ा-राजामुंडा मार्ग पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, भारी बारिश के चलते यह भूस्खलन हुआ, जिसमें चट्टानों के साथ कई बड़े पेड़ भी उखड़कर सीधे हाईवे पर गिर गए। सड़क के किनारे की सुरक्षा दीवार पर भी दरारें आ गईं, जिससे यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंता और बढ़ गई है।
भूस्खलन के कारण केवल आमजन का आवागमन ही नहीं रुका, बल्कि राउरकेला जाने वाली आपात सेवाएं, जैसे एंबुलेंस और जरूरी मालवाहक वाहन भी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। यह मार्ग भारी वाहनों और खनन परिवहन के लिए अत्यंत आवश्यक है, इसलिए इसके बाधित होने से औद्योगिक गतिविधियां भी थम गई हैं।
यह पहली बार नहीं है जब एनएच-520 पर भूस्खलन हुआ हो। लगातार बारिश के कारण इस मार्ग पर बार-बार ऐसी घटनाएं हो रही हैं, जिससे इसे असुरक्षित घोषित किए जाने की मांग उठने लगी है। भले ही प्रशासन द्वारा मलबा हटाने की कोशिशें लगातार होती हैं, लेकिन नए भूस्खलनों के चलते समस्या बनी रहती है।
घटना की सूचना मिलते ही भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने मलबा हटाने का कार्य शुरू कर दिया और कुछ घंटों में मार्ग को आंशिक रूप से साफ कर दिया गया।