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मणिनाथपुर श्मशान घाट में साल 2017 से अब तक 15 लापता
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स्थानीय लोगों में भय और आक्रोश
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अंग तस्करी गिरोह की आशंका
भद्रक। जिले के भंडारीपोखरी थाना क्षेत्र अंतर्गत मणिनाथपुर श्मशान घाट में एक बार फिर रहस्यमयी परिस्थितियों में चार शवों के गायब होने की घटना ने स्थानीय लोगों को स्तब्ध कर दिया है। ग्रामीणों के अनुसार, हाल के महीनों में स्वाभाविक मृत्यु के बाद लक्ष्मीप्रिया बेहरा, सत्यभामा परिडा, शत्रुघ्न दास और प्रमिला दास के शवों को इस श्मशान घाट में दफनाया गया था। परंतु हाल ही में जब लोग घाट पर पहुंचे, तो उन्होंने पाया कि कब्रें खुदी हुई थीं और शव नदारद थे।
बताया जाता है कि यह कोई पहला मामला नहीं है। वर्ष 2017 से अब तक इस श्मशान घाट से 15 से अधिक शव रहस्यमयी तरीके से गायब हो चुके हैं। लगातार हो रही इन घटनाओं ने ग्रामीणों को भय और चिंता में डाल दिया है। अब लोगों को आशंका है कि यह किसी अंतर्राष्ट्रीय अंग तस्करी गिरोह का काम हो सकता है, जो शवों को निकालकर उनके अंगों की अवैध तस्करी कर रहा है।
जांच में अब तक नहीं मिली कोई सफलता
स्थानीय लोगों ने इस रहस्य को कई बार पुलिस के संज्ञान में लाया है और भंडारीपोखरी थाने में शिकायत भी दर्ज करवाई गई है। बावजूद इसके अब तक न तो किसी गिरोह का पर्दाफाश हुआ है और न ही कोई ठोस कार्रवाई सामने आई है। इससे लोगों में प्रशासन के प्रति गहरा असंतोष और आक्रोश व्याप्त है।
ग्रामीणों ने उच्चस्तरीय जांच की मांग की
घटना से नाराज ग्रामीणों ने ज़िला प्रशासन से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि जब मैं नदी की ओर जा रहा था, तो देखा कि मेरी चाची समेत चार लोगों की कब्रें खुली थीं और शव गायब थे। यह अब आम बात होती जा रही है। हम चाहते हैं कि प्रशासन सच्चाई सामने लाए।
एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि हमें समझ नहीं आ रहा कि शव कहां जा रहे हैं। यह बहुत ही खतरनाक स्थिति है। प्रशासन को तुरंत इस पर कार्रवाई करनी चाहिए, वरना लोगों का शवों को दफनाने में भी विश्वास उठ जाएगा।
स्थानीय प्रशासन और पुलिस की चुप्पी पर उठे सवाल
इन गंभीर घटनाओं के बावजूद प्रशासन की ओर से कोई ठोस बयान नहीं आया था। ना ही पुलिस ने अब तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी की है या किसी साजिश का खुलासा किया है। इससे ग्रामीणों में असुरक्षा और भय का माहौल बन गया है।