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आदिवासी समुदाय के सामूहिक कल्याण के लिए दिया विभिन्न प्रस्ताव
भुवनेश्वर। लोक सेवा भवन में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से ओडिशा आदिवासी महासंघ के पदाधिकारियों और सदस्यों ने आज भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने आदिवासी समुदाय की विभिन्न समस्याओं और उनके सामूहिक विकास को लेकर विस्तृत चर्चा की।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासियों का सर्वांगीण विकास राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री द्वारा समाज के चार प्रमुख वर्गों में जिनका उल्लेख किया गया है, उनमें सबसे पहले गरीबों का नाम आता है और आदिवासी समुदाय भी उनमें शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि आदिवासियों के कल्याण के लिए केंद्र सरकार ने कई योजनाएं लागू की हैं और राज्य सरकार भी इस दिशा में विशेष रूप से प्रयासरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने आदिवासियों की आजीविका के साथ-साथ उनकी शिक्षा के क्षेत्र में भी कई कदम उठाए हैं। साथ ही उन्होंने घोषणा की कि आदिवासी क्षेत्रों के समग्र विकास के लिए बहुत जल्द उत्तर ओडिशा विकास परिषद और दक्षिण ओडिशा विकास परिषद का गठन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने आदिवासी समाज से कुरीतियों को दूर करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया और महासंघ को इस दिशा में कार्य करने की सलाह दी। उन्होंने यह भी कहा कि संवाद के माध्यम से हर समस्या का समाधान संभव है।
इस बैठक में अनुसूचित जनजाति एवं जाति कल्याण मंत्री श्री नित्यानंद गंड, नबरंगपुर विधायक श्री गौरी शंकर माझी, महासंघ के अध्यक्ष कर्मा लाखड़ा, महासचिव शरत चंद्र नायक और लगभग 11 जिलों के सदस्य उपस्थित थे।