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खराब सड़क के कारण एंबुलेंस नहीं पहुंची
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ग्रामीणों ने बांस की सहायता से बनायी अस्थायी खाट
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सरकार बदली पर धरे रह गए विकास के वादे, खाट बनी सहारा
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दशकों से अधूरी हैं बुनियादी जरूरतें
नयागढ़। राज्य में स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे की दुर्दशा एक बार फिर उजागर हुई है। नयागढ़ जिले के दशपल्ला ब्लॉक के एक सुदूर गांव में सड़क सुविधा के अभाव के कारण एक गर्भवती महिला को खाट पर लिटाकर लगभग एक किलोमीटर तक पैदल ले जाना पड़ा।
घटना कलासखामना नुआगांव के गोबरा साही की है, जहां बुधवार को स्थानीय निवासी प्रतिमा जानी को प्रसव पीड़ा शुरू हुई। उनके पति कृष्ण चंद्र जानी ने तत्काल 108 एम्बुलेंस सेवा को कॉल किया, लेकिन उनके गांव तक मोटर के लायक सड़क नहीं होने के कारण एम्बुलेंस उनके घर तक नहीं पहुंच सकी।
ऐसे में कोई और विकल्प न होने के कारण ग्रामीणों और परिजनों ने बांस की सहायता से एक अस्थायी खाट बनाई और प्रतिमा को पथरीले और संकरे रास्तों से लगभग एक किलोमीटर तक ढोकर उस स्थान तक ले गए, जहां एम्बुलेंस खड़ी थी।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुआ सुरक्षित प्रसव
एम्बुलेंस तक पहुंचने के बाद प्रतिमा को भंजनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां उनका सुरक्षित प्रसव कराया गया। परिवार के अनुसार मां और नवजात दोनों स्वस्थ हैं। हालांकि यह घटना एक बार फिर इस बात की याद दिलाती है कि ओडिशा के कई ग्रामीण इलाकों में अब भी सड़क और स्वास्थ्य सेवाओं की भारी कमी है। बीते साल भी इसी तरह की एक घटना सामने आई थी जब एक मरीज को रेलवे लाइन के नीचे से उठाकर अस्पताल पहुंचाया गया था क्योंकि गांव तक कोई पक्की सड़क नहीं थी।
सड़क सुविधा न होने को लेकर नाराजगी
इस बीच प्रतिमा के परिजनों ने सुरक्षित प्रसव को लेकर राहत की सांस ली है, लेकिन उन्होंने सड़क सुविधा न होने को लेकर नाराजगी जताई है। उन्होंने जिला प्रशासन से अपील की है कि इस लंबे समय से चली आ रही समस्या का समाधान जल्द किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोहराई न जाएं।