-
अपराध शाखा के डीजी विनयतोष मिश्र ने कॉलेज में घटनास्थल का निरीक्षण किया
बालेश्वर। एफएम कॉलेज की छात्रा द्वारा आत्मदाह करने के मामले की जांच तेज हो गई है। रविवार को ओडिशा अपराध शाखा के महानिदेशक (डीजी) विनयतोष मिश्र स्वयं बालेश्वर स्थित एफएम कॉलेज पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। इससे पहले उन्होंने डीआईजी कार्यालय में अब तक हुई जांच की समीक्षा की।
डीजी मिश्र ने आत्मदाह की घटना स्थल पर जाकर बारीकी से निरीक्षण किया और यह जानने की कोशिश की कि छात्रा ने खुद को आग कैसे लगाई।
सूत्रों के अनुसार, अपराध शाखा को इस मामले में पेट्रोल की आपूर्ति से जुड़ा एक अहम सुराग हाथ लगा है। आशंका जताई जा रही है कि पेट्रोल कॉलेज के पास स्थित एक पेट्रोल पंप से लाया गया था।
चश्मदीदों के बयान और छात्रों की भूमिका
रिपोर्टों के अनुसार, जब छात्रा ने खुद को आग लगाई, उस समय एक युवक घटनास्थल पर मौजूद था और उसने अपने मोबाइल फोन से पूरी घटना को रिकॉर्ड किया। वहीं एक अन्य छात्र ने छात्रा को बचाने की कोशिश की और आग बुझाने का प्रयास किया। यह छात्र गंभीर रूप से झुलस गया है और वर्तमान में कटक स्थित एससीबी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इलाजरत है। अपराध शाखा की टीम ने इस घायल छात्र से भी पूछताछ की है। माना जा रहा है कि इस पूछताछ के दौरान जांच एजेंसी को कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं।
आंतरिक शिकायत समिति की भूमिका पर उठे सवाल
पीड़िता और उसके पिता द्वारा की गई शिकायत को लेकर आईसीसी की भूमिका पर सवाल खड़े हो गए हैं। समिति द्वारा समय रहते कार्रवाई नहीं करने पर उन्हें भी जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। इस मामले में सांसद प्रताप सारंगी ने भी आईसीसी की आलोचना की है और समिति को दोषी शिक्षक के साथ समान रूप से जिम्मेदार ठहराया है।