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ओडिशा बंद से पहले पुलिस ने कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने का दिया भरोसा
भुवनेश्वर। राजधानी भुवनेश्वर में फकीर मोहन स्वायत्त महाविद्यालय की छात्रा की मृत्यु के मामले में न्याय की मांग को लेकर बीजू जनता दल (बीजद) द्वारा किए गए उग्र प्रदर्शन के एक दिन बाद ट्विन सिटी कमिश्नरेट पुलिस ने स्पष्ट किया है कि प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए रबर की गोलियों का इस्तेमाल नहीं किया गया।
पुलिस आयुक्त एस देवदत्त सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि लोअर पीएमजी स्क्वायर के पास जहां प्रदर्शन ने उग्र रूप लिया, वहां स्थिति को जल तोपों, पांच राउंड आंसू गैस और संयमित बल प्रयोग के माध्यम से नियंत्रण में लाया गया।
बीजद कार्यकर्ताओं द्वारा दो स्तर की बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए लोक सेवा भवन की ओर मार्च करने के प्रयास से तनाव बढ़ा, जिसके चलते पुलिस को तत्काल कार्रवाई करनी पड़ी।
आयुक्त सिंह ने कहा कि लोक सेवा भवन किसी पार्टी का नहीं, बल्कि सरकार की है। उसकी सुरक्षा अनिवार्य है। हालांकि लोकतंत्र में प्रदर्शन का अधिकार है, लेकिन हमारा कर्तव्य है कि हम कानून-व्यवस्था बनाए रखें।
उन्होंने आगे कहा कि मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि प्रदर्शन के दौरान रबर बुलेट का कोई इस्तेमाल नहीं हुआ। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए केवल मानक भीड़ नियंत्रण उपायों जैसे जल तोप, आंसू गैस और सीमित बल प्रयोग का सहारा लिया गया।
आयुक्त ने यह भी बताया कि प्रदर्शन स्थल पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-सक्षम कैमरे और ड्रोन निगरानी तैनात किए गए थे ताकि प्रदर्शनकारियों की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखी जा सके। सभी गतिविधियों की रिकॉर्डिंग की गई है, जो कानूनी और प्रशासनिक समीक्षाओं के लिए उपयोग में लाई जाएगी।
इस झड़प के बाद 100 से अधिक बीजद कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया, जबकि वरिष्ठ नेता प्रणव प्रकाश दास, प्रीतिरंजन घड़ेई को मामूली चोटें आईं।
पुलिस ने आश्वस्त किया है कि आगामी ओडिशा बंद के मद्देनजर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त सुरक्षाबल और निवारक उपायों की व्यवस्था की गई है।