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बीजद के प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स तोड़े
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लाठीचार्ज और आंसू गैस से हालात बेकाबू
भुवनेश्वर। फकीर मोहन कॉलेज की छात्रा की आत्मदाह के मामले में न्याय की मांग को लेकर बुधवार को राजधानी भुवनेश्वर का लोअर पीएमजी चौक रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। बीजू जनता दल (बीजद) के कार्यकर्ताओं ने लोक सेवा भवन घेराव की कोशिश की, जिसे रोकने के प्रयास में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जबरदस्त भिड़ंत हो गई।
बीजद कार्यकर्ता जब पहले बैरिकेड को पार कर आगे बढ़े, तो पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वॉटर कैनन और आंसू गैस के गोले छोड़े। घटनास्थल पर अफरातफरी मच गई। कई प्रदर्शनकारी सुरक्षा घेरा तोड़कर उच्च सुरक्षा क्षेत्र विधानसभा मार्ग की ओर बढ़ने लगे, जिससे हालात और तनावपूर्ण हो गए।
सौ से अधिक कार्यकर्ता हिरासत में
भीड़ को तितर-बितर करने के दौरान पुलिस ने सौ से अधिक बीजद कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया, जिनमें कुछ को मौके से जबरन हटाया गया। झड़प के दौरान बीजद के कई वरिष्ठ नेता भी घायल हो गए, जिनमें प्रणव प्रकाश दास, और प्रीतिरंजन घड़ेई शामिल हैं। उन्हें मामूली चोटें आईं और इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।
प्रदर्शन में उड़े आंसू गैस के बादल
प्रदर्शन में बैरिकेडिंग तोड़े गए, जिससे हालात काबू करने के लिए सुरक्षा बलों को पानी की तेज बौछारें चलानी पड़ी। फिर भी स्थिति काबू में नहीं आयी तो आंसू गैस के गोले दागने पड़े। बादलों से ढका इलाका नजर आया। पहले बैरिकेड गिरते ही माहौल बिगड़ गया और पुलिस ने रणनीतिक ढंग से प्रदर्शनकारियों को खदेड़ना शुरू किया, जिससे निचला पीएमजी इलाका और उसके आस-पास के क्षेत्र पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गए।
बीजद ने मुख्यमंत्री से मांगा इस्तीफा
बीजद ने मुख्यमंत्री मोहन माझी और उच्च शिक्षा मंत्री से इस्तीफे की मांग करते हुए आरोप लगाया कि छात्रा की शिकायत पर समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिसके चलते वह आत्मदाह के लिए मजबूर हुई। प्रदर्शनकारियों ने व्यवस्था की असफलता बताते हुए सरकार को कठघरे में खड़ा किया।
राजधानी में तैनात है भारी पुलिस बल
राजधानी में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। आयुक्तालय पुलिस के जवान विधानसभा परिसर के चारों ओर तैनात थे। ड्रोन कैमरों से निगरानी और अतिरिक्त बैरिकेडिंग की गई है ताकि किसी दोबारा प्रयास को रोका जा सके। प्रशासन ने आशंका जताई है कि बीजद कार्यकर्ता फिर से एकत्र हो सकते हैं।