नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने विश्व के सबसे वृद्ध मैराथन धावक फौजा सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने फौजा सिंह को अदम्य इच्छाशक्ति, अनुशासन और दृढ़ संकल्प का प्रतीक बताया और उनके योगदान को खेल जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति कहा। धर्मेंद्र प्रधान ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर शोक संदेश साझा करते हुए लिखा कि फौजा सिंह अदम्य आत्मबल, अनुशासन और दृढ़ता के प्रतीक थे। विश्व के सबसे उम्रदराज मैराथन धावक के रूप में ट्रैक पर उनके असाधारण कारनामों ने दुनियाभर के लोगों को प्रेरित किया। उनके निधन से गहरा दुख हुआ है। यह खेल जगत के लिए एक बड़ी क्षति है।
उन्होंने आगे कहा कि मैं उनके परिवारजनों और प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता हूँ। ओम् शांति।