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ओडिशा में निजी बस सेवाएं फिर शुरू
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हड़ताल के बीच मिली आंशिक सामान्यता
भुवनेश्वर। पिछले पांच दिनों से जारी ऑल ओडिशा ड्राइवर महासंघ की हड़ताल से बुरी तरह प्रभावित राज्य के परिवहन तंत्र में शनिवार को बड़ी राहत देखने को मिली। राज्य निजी बस मालिक संघ ने हड़ताल के बीच बस सेवाएं फिर से शुरू करने का फैसला लिया, जिससे यात्रियों को बड़ी राहत मिली।
सुबह से ही राजधानी भुवनेश्वर समेत विभिन्न जिलों में निजी बसें सड़कों पर दौड़ती नजर आईं, जिससे आंशिक रूप से सामान्य स्थिति बहाल हो गई है। राज्य सरकार द्वारा सुरक्षा आश्वासन और ड्राइवरों की ओर से सकारात्मक प्रतिक्रिया के बाद यह फैसला लिया गया।
शनिवार सुबह भुवनेश्वर के बरामुंडा बस स्टैंड और कटक के नेताजी सुभाष चंद्र बोस बस टर्मिनल से दर्जनों बसें रवाना हुईं। यात्रियों ने राहत की सांस ली और खुशी जताई कि अब उन्हें इलाज, कामकाज और जरूरी यात्रा के लिए साधन मिलने लगे हैं।
एक बस चालक ने बताया कि करीब 30 से 40 बसें रवाना हो चुकी हैं और विभिन्न जिलों की ओर जा रही हैं। हम खुश हैं कि एक बार फिर से यात्रियों की सेवा कर पा रहे हैं और हमारी रोज़ी-रोटी भी बहाल हुई है।
पांच दिनों से जारी था गतिरोध
गौरतलब है कि ऑल ओडिशा ड्राइवर महासंघ द्वारा ‘स्टीयरिंग व्हील ऑफ’ आंदोलन के चलते राज्य में परिवहन व्यवस्था लगभग ठप पड़ी थी। मंगलवार से शुरू हुई इस हड़ताल से राज्य भर में हजारों यात्री फंसे हुए थे, जिनमें अस्पताल जाने वाले मरीज, बुजुर्ग, छात्र और कार्यालय जाने वाले कर्मचारी शामिल थे। ‘आम बस’ सेवा के तहत सरकार द्वारा चलाई जा रही कुछ बसों के अलावा अधिकांश निजी बसें बंद थीं। इससे न केवल यात्री परेशान हुए, बल्कि परिवहन व्यय में भी अप्रत्याशित वृद्धि देखी गई।
आंदोलन की जड़ था सात सूत्रीय मांगपत्र
ड्राइवर महासंघ की हड़ताल का मूल कारण सात सूत्रीय मांगपत्र था, जिसमें ड्राइवरों को कुशल श्रमिक के रूप में मान्यता, सामाजिक सुरक्षा योजनाएं, दुर्घटना बीमा, पेंशन योजना, हर 100 किमी पर शौचालय की व्यवस्था, खनन क्षेत्रों में ओडिया ड्राइवरों को प्राथमिकता, ड्राइवरों पर हमलों से सुरक्षा शामिल थे। हालांकि कई दौर की वार्ताएं परिवहन मंत्री और अधिकारियों के साथ हुईं, लेकिन शुक्रवार तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल सका था।
ड्राइवर महासंघ की हड़ताल अभी समाप्त नहीं
जहां एक ओर बस सेवाएं फिर से चालू होने से यात्रियों को राहत मिली है, वहीं ड्राइवर महासंघ की हड़ताल अभी समाप्त नहीं हुई है। आंदोलन जारी है और महासंघ के नेता सरकार से ठोस आश्वासन की मांग कर रहे हैं।
फिलहाल, आम जनता को राहत देने के उद्देश्य से बस मालिकों ने जिम्मेदारी निभाई है। अब यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में सरकार और महासंघ के बीच कोई समझौता होता है या नहीं।