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गुरुओं और शिक्षकों को किया नमन
भुवनेश्वर। पावन गुरु पूर्णिमा के अवसर पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और समाज निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले गुरुओं एवं शिक्षकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। धर्मेन्द्र प्रधान ने सोशल मीडिया पर अपने संदेश में भारतीय ज्ञान परंपरा में गुरु की भूमिका को रेखांकित करते हुए लिखा कि भारत की ज्ञान-परंपरा में गुरु केवल शिक्षा प्रदाता नहीं, बल्कि जीवन के मार्गदर्शक, मूल्यों के संवाहक और राष्ट्र निर्माण के सूत्रधार हैं।
प्रधान ने गुरुओं को ‘ज्ञान-सागर’ की उपमा देते हुए कहा कि उन्होंने ज्ञान, अनुशासन और विवेक के माध्यम से भारतीय संस्कृति और सभ्यता को प्रेरित किया है। उन्होंने ऐसे सभी आचार्यों के प्रति गहन श्रद्धा व्यक्त की।
उन्होंने गुरु-शिष्य परंपरा की महत्ता को भी रेखांकित करते हुए कहा कि मैं उन सभी शिक्षकों और मार्गदर्शकों को कृतज्ञतापूर्वक नमन करता हूं, जो गुरु-शिष्य परंपरा के माध्यम से एक उत्तरदायी, मूल्यनिष्ठ, समावेशी और विकसित भारत के निर्माण में योगदान दे रहे हैं।