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‘आम बस’ और निजी बसों की आवाजाही बाधित होने से यात्रियों को भारी परेशानी
भुवनेश्वर। केंद्र सरकार की कथित “श्रमिक-विरोधी, किसान-विरोधी और कॉर्पोरेट-समर्थक” नीतियों के विरोध में विभिन्न केंद्रीय श्रमिक संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का ओडिशा में परिवहन क्षेत्र में असर देखा गया। विशेष रूप से भुवनेश्वर और कटक में जनजीवन प्रभावित हुआ। राज्य की राजधानी भुवनेश्वर में प्रदर्शन के कारण अवरुद्ध रास्तों पर ‘आम बस’ और निजी बसों की आवाजाही बाधित होने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
प्रदर्शनकारियों ने जयदेव विहार ओवरब्रिज और राष्ट्रीय राजमार्ग के कई हिस्सों को भी जाम कर दिया, जिससे आवागमन पूरी तरह ठप हो गया। सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और सैकड़ों यात्री घंटों फंसे रहे।
हालांकि, पुलिस के हस्तक्षेप के बाद कुछ इलाकों में यातायात व्यवस्था धीरे-धीरे बहाल हुई। मास्टर कैंटीन क्षेत्र समेत कई प्रमुख मार्गों पर यातायात सामान्य हुआ और अस्थायी रूप से रुकी हुई ‘आम बस’ सेवा भी फिर से शुरू कर दी गई।
एक आंदोलनकारी ने कहा कि यह देशव्यापी आंदोलन है जिसमें छात्र, युवा, किसान, श्रमिक और विभिन्न क्षेत्रों के कर्मचारी शामिल हैं। बैंकों और बीमा कार्यालयों तक को बंद रखा गया है। यह पूर्ण बंद सुबह से शाम तक चलेगा।
कटक में भी बंद का व्यापक असर देखा गया, जहां नेताजी सुभाष बोस बस टर्मिनल से बस सेवाएं पूरी तरह ठप रहीं। कुछ सरकारी और ‘आम बस’ सेवाओं को छोड़कर अधिकांश निजी बसें सड़कों से नदारद रहीं। यात्री घंटों बसों का इंतजार करते नजर आए।