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‘ब्रांड कोरापुट’ के लिए कॉफी उत्पादन बढ़ाने पर दिया जोर
कोरापुट। ओडिशा के कोरापुट जिले के दौरे पर आए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज स्थानीय कॉफी बागानों का निरीक्षण किया और कॉफी की खेती से जुड़े अधिकारियों एवं किसानों के साथ चर्चा की।
चर्चा के दौरान मंत्री प्रधान को कॉफी बोर्ड के अधिकारियों ने जानकारी दी कि कोरापुट जिले में करीब 7,000 हेक्टेयर भूमि पर कॉफी की खेती की जा रही है, जो मुख्य रूप से कोरापुट, सेमिलिगुड़ा, लक्ष्मीपुर, दशमंतपुर, पोट्टांगी, नंदपुर और लामटापुट ब्लॉकों में फैली हुई है। यह खेती स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा संचालित की जा रही है।
क्षेत्र में प्रत्येक वर्ष लगभग 600 टन कॉफी का उत्पादन होता है, जिसकी अनुमानित वार्षिक बाजार कीमत 30 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है। यहां कच्चे कॉफी बीन्स की बिक्री प्रति किलोग्राम 500 में की जा रही है। सरकार का लक्ष्य निकट भविष्य में इस खेती को और विस्तार देना है।
मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कोरापुट की कॉफी को वैश्विक बाजारों में अच्छी मांग मिल रही है, और यह अब एक लाभकारी फसल के रूप में उभर रही है। उन्होंने कहा कि अगर हमें कोरापुट को वैश्विक स्तर पर ‘ब्रांड कोरापुट’ के रूप में स्थापित करना है, तो हमें इस अनूठी कॉफी के उत्पादन को बढ़ाने के लिए सामूहिक प्रयास करने होंगे।