भुवनेश्वर,ओडिशाकी सांस्कृतिक विरासत संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदमभुवनेश्वर। संस्कृति मंत्रालय के अधीन भारतीयपुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने ओडिशा के खुर्दा जिले के पुंजीआमा गांव स्थितप्राचीन स्वप्नेश्वर महादेव मंदिर को आधिकारिक रूप से केंद्र संरक्षित स्मारकघोषित किया है। इस ऐतिहासिक निर्णय की जानकारी ओडिशा के लोक निर्माण मंत्रीपृथ्वीराज हरिचंदन ने शनिवार को अपने एक्स हैंडल के माध्यम से दी।उन्होंने लिखा कि मुझे यह साझा करते हुएप्रसन्नता हो रही है कि भारत सरकार ने संस्कृति मंत्रालय और भारतीय पुरातत्वसर्वेक्षण के माध्यम से ऐतिहासिक स्वप्नेश्वर महादेव मंदिर को एक संरक्षित स्मारकघोषित किया है।मंत्री हरिचंदन ने इस निर्णय को ओडिशा कीसांस्कृतिक विरासत संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। उन्होंने कहाकि यह मान्यता न केवल राज्य की समृद्ध ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित करने में मददकरेगी, बल्कि क्षेत्रकी आध्यात्मिक पहचान को भी सुदृढ़ बनाएगी। यह मंदिर न केवल क्षेत्र के लिए एकआध्यात्मिक केंद्र है, बल्किहमारे अतीत की एक कालातीत गाथा भी समेटे हुए है।ऐसा माना जाता है कि स्वप्नेश्वर महादेव मंदिरका निर्माण शैलोद्भव वंश के शासनकाल के दौरान 6वीं शताब्दी में हुआ था। यह मंदिरओडिशा की प्राचीन मंदिर स्थापत्य कला और धार्मिक परंपरा का एक दुर्लभ उदाहरण मानाजाता है। यह खुर्दा जिले के बनापुर ब्लॉक के अंतर्गत नीलाद्रि प्रसाद पंचायत मेंस्थित है और लंबे समय से इतिहासकारों, पुरातत्वविदों और श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
