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ओडिशा के कई जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी
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9 जुलाई तक कई जिलों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी
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30-40 किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकती है हवा की रफ्तार
भुवनेश्वर। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने जानकारी दी है कि गंगीय पश्चिम बंगाल और उसके आसपास के क्षेत्रों में ऊपरी हवा में चक्रवातीय परिसंचरण बना हुआ है और अगले 24 घंटों के भीतर वहां एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके असर से ओडिशा के कई हिस्सों में आगामी दिनों में बारिश की गतिविधियां तेज हो सकती हैं।
आईएमडी ने बताया कि अगले चार दिनों के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी से अति भारी वर्षा के आसार हैं, जिसके मद्देनज़र 9 जुलाई 2025 तक ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है।
अगले 24 घंटे के दौरान जिन जिलों के लिए ऑरेंज चेतावनी जारी की गई है, उनमें सुंदरगढ़, केंदुझर, झारसुगुड़ा शामिल हैं। इन जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश, गरज-चमक के साथ तेज हवाएं (30-40 किमी/घंटा) चलने की संभावना।
इसके साथ ही संबलपुर, बरगढ़, सोनपुर, बौध, अनुगूल, ढेंकानाल, मयूरभंज, देवगढ़, कोरापुट, कलाहांडी, रायगड़ा, कंधमाल, बलांगीर, नुआपड़ा जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा व गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना। इन जिलों के लिए येलो चेतावनी जारी की गई है।
अगले 48 घंटे के दौरान मयूरभंज और केंदुझर में एक-दो स्थानों पर अति भारी वर्षा का पूर्वानुमान है। इन जिलों के लिए ऑरेंज चेतावनी जारी की गई है।
सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा, संबलपुर, देवगढ़, बरगढ़, सोनपुर, अनुगूल, ढेंकानाल, नवरंगपुर, कोरापुट, रायगड़ा जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा और गरज-चमक की संभावना है। बालेश्वर, भद्रक, जाजपुर, केन्द्रापड़ा, कटक, जगतसिंहपुर जिलों में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ तेज हवा (30-40 किमी/घंटा) चलने की संभावना है। इन जिलों के लिए येलो चेतावनी जारी की गई है।
तीसरे दिन सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा, संबलपुर, बरगढ़ जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा संभावना है। इन जिलों के लिए येलो चेतावनी जारी की गई है।
चौथे दिन झारसुगुड़ा, बरगढ़, सुंदरगढ़ जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है। इन जिलों के लिए येलो चेतावनी जारी की गई है।
प्रशासन ने जारी की सतर्कता की अपील
मौसम विभाग की चेतावनी के बाद राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और जिलों के प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है। जलभराव, पेड़ों के गिरने, बिजली गिरने और नदी-नालों के उफान की संभावना के मद्देनज़र लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने और सतर्क रहने की सलाह दी गई है।