भुवनेश्वर। राज्य सरकार के स्कूल और जनशिक्षा विभाग के अंतर्गत निदेशालय उच्च माध्यमिक शिक्षा द्वारा राज्य के सरकारी अपग्रेडेड उच्च माध्यमिक विद्यालयों के प्रभारी प्राचार्यों के लिए एक दिवसीय समीक्षा एवं क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन भुवनेश्वर स्थित कृषि भवन में किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि स्कूल और जनशिक्षा विभाग की अतिरिक्त सचिव शुभश्री नंद रहीं। कार्यशाला में विभाग के निदेशक रघुराम आर. अय्यर, ओसेपा के संयुक्त निदेशक सस्मिता साहू, क्षेत्रीय शिक्षा निदेशालय, भुवनेश्वर की संयुक्त निदेशक दीप्तिमयी सुभदर्शिनी, विभाग के निदेशक स्निग्धा मिश्रा और संयुक्त निदेशक सस्मिता माली प्रमुख रूप से उपस्थित रहीं।
मुख्य अतिथि श्रीमती नंद ने अपने संबोधन में कहा कि “विकसित भारत” के निर्माण में युवाओं की अहम भूमिका है और उन्हें सही दिशा देने में शिक्षक और प्राचार्य की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्राचार्य शिक्षा व्यवस्था के आधार स्तंभ होते हैं और इस कार्यशाला के माध्यम से वे अपने ज्ञान का विस्तार कर शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर योगदान दे सकेंगे।कार्यशाला की शुरुआत में विभाग के निदेशक अय्यर ने अतिथियों एवं उपस्थित सभी प्राचार्यों का स्वागत किया और कार्यशाला के उद्देश्य स्पष्ट किए। ओसेपा के संयुक्त निदेशक साहू ने कहा कि यह कार्यशाला प्राचार्यों की दक्षता वृद्धि एवं कार्यकुशलता को बढ़ाने के लिए आयोजित की गई है। उन्होंने कहा कि यदि समस्याओं के समाधान के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखा जाए, तो निश्चित रूप से सार्थक परिणाम मिलते हैं। वहीं, शुभदर्शिनी ने प्राचार्यों को कार्यशाला के विभिन्न सत्रों की रूपरेखा से अवगत कराया।
कार्यशाला के दौरान प्राचार्यों को उनके दायित्वों और विद्यालय प्रशासन से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों जैसे परीक्षा प्रबंधन, परीक्षा परिणामों का विश्लेषण, करियर काउंसलिंग, छात्रवृत्ति योजनाएं, ई-प्रवेश प्रक्रिया, गेस्ट फैकल्टी की नियुक्ति, समग्र शिक्षा और पीएम-श्री स्कूल के अंतर्गत अनुदानों का उपयोग, यू-डीआईएसई अपडेट, एपीपीएआर आईडी तैयार करना, छात्राओं के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण आदि से संबंधित विषयों पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया गया।