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इस वर्ष पहली बार बाढ़ जल का होगा प्रवाह
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निचले इलाकों में चेतावनी जारी, लेकिन बाढ़ का खतरा नहीं – मुख्य अभियंता
भुवनेश्वर/संबलपुर। इस वर्ष के मानसून में पहली बार हीराकूद बांध के गेट 6 जुलाई को सुबह 10 बजे खोले जाएंगे। बांध के मुख्य अभियंता सुशील कुमार बेहरा ने गुरुवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि परंपरागत पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठानों के बाद बाढ़ नियंत्रण के उद्देश्य से गेट खोले जाएंगे। यह प्रक्रिया मानसून के दौरान नियमित रूप से की जाती है ताकि जलाशय के जलस्तर को नियंत्रित रखा जा सके।
पहले गेट नंबर 7 खोला जाएगा, लेकिन कितने गेट खोले जाएंगे, इसका निर्णय 6 जुलाई को जल प्रवाह और वर्षा की स्थिति को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा।
मुख्य अभियंता बेहरा ने बताया कि इस समय बांध में जलस्तर 603.02 फीट है, जो लगातार बढ़ रहा है। ऊपरी कैचमेंट क्षेत्र में भारी बारिश के कारण जलप्रवाह में इजाफा हो रहा है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान और वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह अनुमान है कि जल स्तर और बढ़ सकता है।
31 जुलाई तक 605 फीट तक रखने की अनुमति
बांध प्रबंधन समिति ने तय किया है कि 31 जुलाई तक जलस्तर को 605 फीट तक रखने की अनुमति दी गई है, जिसे सिंचाई आवश्यकताओं और सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखकर तय किया गया है।
बेहरा ने कहा कि अब हमारे पास 48 घंटे हैं। हमें निचले क्षेत्रों को पूर्व सूचना देनी है, इसलिए हमने 6 जुलाई को गेट खोलने का निर्णय लिया है। अभी की स्थिति को देखते हुए ओडिशा में बाढ़ की कोई संभावना नहीं है। जल संसाधन विभाग पूरी तरह सतर्क और तैयार है।
निचले क्षेत्रों में चेतावनी, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं
बांध से पानी छोड़े जाने की सूचना निचले क्षेत्रों में प्रशासन द्वारा पहले ही भेजी जा रही है। ताकि वहां के लोग सावधानी बरत सकें और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें।